मानव शरीर को जिंदा रखने के लिए हृदय का स्वस्थ होना बेहद जरूरी है। हृदय का काम शरीर में दूषित रक्त को फेफड़े में पंप कर शुध्द रक्त को शरीर में पंप करना। इसके अलावा हमारे हृदय का प्रमुख काम है धमनियों के माध्यम से ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से भरपूर रक्त को ऊतकों (Tissues) और शरीर के अन्य हिस्सों तक पंप करते हुए पहुंचाना। हृदय के रक्त पंप चक्र को हृदय चक्र कहा जाता है।

ह्रदय रोग के कारण दुनियाभर में समय से पहले होने वाली मौतों के आँकड़े काफी ज्यादा हैं, ऐसे में वैश्विक स्तर पर होने वाली मौतों में हार्ट से होने वाली मौतें सर्वाधिक हैं। डायबिटीज, मोटापा,हाइपरटेंशन और हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल्स ऐसी लाइफस्टाइल डिज़िज़ेज़ हैं जो कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ या हमारे हृदय के स्वास्थ्य पर असर डालती हैं और इस तरह हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।

हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण सामने नहीं आते हैं, हालांकि जब मस्तिष्क या हृदय में रक्त संचार अवरुद्ध हो जाता है तो शरीर में इसके कुछ संकेत जरूर देखे जाते हैं। बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर के कारण हार्ट अटैक या स्ट्रोक का जोखिम अधिक होता है।

भोजन के साथ शरीर में प्रवेश करने वाली वसा या चिकनाई में मौजूद घटक मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं; जिसमें एक को एलडीएल (LDL) कोलेस्ट्रॉल जिसे बैड कोलेस्ट्रॉल (bad) कहा जाता है और दूसरा, एचडीएल (HDL) कोलेस्ट्रॉल या गुड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। जब शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है तो दिल जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा भी साथ में बढ़ जाता है, इसलिए व्यक्ति को उन खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए जो एलडीएल को बढ़ाने का कार्य करते हैं।

डाइट पर रखें विशेष ध्यान: हार्ट का ख्याल रखने के लिए व्यक्ति को अधिक मात्रा में सेचुरेटेड फैट का सेवन करने से बचना चाहिए, चूंकि इनके सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोगों का जोखिम बढ़ जाता है। व्यक्ति को कोशिश करनी चाहिए की अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर चीजों जैसे साबुत अनाज, दाल, बीन्स, सब्जियां, मक्का और फलों को शामिल करे। जिससे तरह के खतरों से सुरक्षित रहा जा सकता है।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से होते हैं ये खतरे: शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने पर यह आपकी धमनियों में जमा हो जाता है और ब्लॉकेज का निर्माण होता है, जिससे रक्तसंचार तो बाधित होता ही है, मष्तिष्क, आंखों, दिल, किडनी और शरीर के निचले हिस्से के अंगों की कार्यप्रणाली में भी समस्या होती है। 2 कोलेस्ट्रॉल हार्ट अटैक की संभावनाओं को कई गुना बढ़ा देता है।

शरीर देता है संकेत: द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के शोधकर्ताओं के मुताबिक शरीर में कुछ और लक्षण यदि लंबे समय तक बने रहते हैं तो इन्हें गंभीर संकेत माना जा सकता है। जिनमें मतली आना, जबड़ों और बांहों में दर्द, बहुत अधिक पसीना आना, सांस लेने में समस्या होना आदि शामिल है।