लिवर हमारी बॉडी के बेहद जरूरी अंगों में से एक है। ये खाने को पचाने और बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में बॉडी के इस जरूरी अंग को हेल्दी रखना बेहद जरूरी हो जाता है। हालांकि, आज कम उम्र में ही लोगों को लिवर से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इनमें से कुछ लोगों को ये बीमारी आनुवांशिक होती है, तो कुछ खराब खानपान के चलते इनसे घिर जाते हैं। इसके अलावा रोजमर्रा की जिंदगी में की गई कई छोटी-छोटी गलतियां भी लिवर को सड़ाने या फेफड़ों के कैंसर का कारण बन सकती हैं। इस लेख में हम आपको एक ऐसी ही छोटी लेकिन खतरनाक गलती के बारे में बताने जा रहे हैं।
भारी पड़ सकती है ये गलती
यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया द्वारा की गई एक रिसर्च के मुताबिक, लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी लोगों को उनकी किचन से भी मिल सकती है। अधिकतर लोग बर्तन साफ करने के लिए घरेलू सहायिका रखते हैं, जो जल्दी काम खत्म करने के चक्कर में झूठे बर्तनों की ठीक ढंग से सफाई नहीं करती हैं या कई बार आप खुद भी जल्दबाजी में उनपर लगे डिटर्जेंट को पूरी तरह साफ नहीं कर पाते हैं। आपको बता दें कि आपकी यही गलती जानलेवा साबित हो सकती है।
शौधकर्ताओं के मुताबिक, बर्तन धोने के लिए जिस साबुन और डिटर्जेंट का इस्तेमाल किया जाता है, उन्हें बारीकी से बर्तनों से पूरी तरह साफ कर देना बेहद जरूरी है। इनमें से अधिकतर डिटर्जेंट ऐसे होते हैं, जो ठिक तरह से सफाई ना करने पर बर्तनों पर ही चिपके रह जाते हैं। बाद में ये खाने के जरिए सीधे हमारे पेट में जाते हैं और यही लिवर कैंसर का कारण बनता है।
कैसे खरतनाक हैं डिटर्जेंट के ये कण?
शौधकर्ताओं के मुताबिक, बर्तनों की ठीक ढंग से सफाई ना होने पर जब हम दोबारा इनमें खाना खाते हैं या इस तरह के गिलास, चम्मच आदि का उपयोग करते हैं, तो ये खतरनाक रसायन हमारी बॉडी में प्रवेश कर जाते हैं। बॉडी में जाने पर ये ग्लूकोज के काम करने के तरीके को प्रभावित करते हैं। साथ ही लिवर में अमीनो एसिड को बदल देते हैं, जिससे लिवर के चारो और ज्यादा फैट बनने लगता है। इससे शुरुआत में ये फैटी लिवर का कारण बनता है। वहीं, समय रहते सावधानी ना बरतने पर ये लिवर सिरोसिस और फिर बाद में लिवर कैंसर का कारण बन जाते हैं।
इस रिसर्च में 100 लोगों को शामिल किया गया था। इनमें से 50 ऐसे लोग थे जो लिवर कैंसर से जूझ रहे थे और बाकि के 50 लोग पूरी तरह स्वस्थ थे। दोनों समूह के ब्लड सैंपल लेकर उनकी जांच की गई। नतीजों में देखा गया कि जिन लोगों को लिवर कैंसर था, उनके शरीर में एक ऐसे केमिकल की मात्रा ज्यादा थी, जो बर्तनों के डिटर्जेंट में सबसे अधिक पाया जाता है। ऐसे में जरूरी है कि आप किसी भी बर्तन को इस्तेमाल करने से पहले उसे ठीक तरह से धो लें। बेहतर तरीके के लिए आप उन्हें गर्म पानी में भी साफ कर सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।