Eye Cataract Symptoms/ Cataract Symptoms : मोतियाबिंद आंखों की एक बीमारी का नाम है। इसे इंग्लिश में कैटरेक्ट (Cataract) कहा जाता है। इस बीमारी में आंखों में दूधिया प्रभाव की वजह से धुंधला दिखाई देता है। इस बीमारी से प्रभावित लोगों को कुछ भी देखने और पढ़ने में परेशानियों को सामना करना पड़ता है।
इस बीमारी से लम्बे समय तक प्रभावित रहने से आंखों की रोशनी जा भी सकती है। इसके बढ़ने पर डॉक्टर ऑपरेशन की भी सलाह देते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि समय रहते इसके लक्षणों को पहचाना जाए। ताकि भविष्य में होने वाली परेशानियों से बचा जा सके।
मोतियाबिंद के लक्षण (Symptoms of Cataract/ Cataract Symptoms)
इस बीमारी में मरीज को रात को देखने (Night Blindness) में परेशानी होती है। यह लक्षण धीरे-धीरे दिन में देखने में भी दिक्कतें पैदा करने लगते हैं। मोतियाबिंद में पीला रंग दिखना बंद हो जाता है। साथ ही मरीज और भी कईं रंगों को देख नहीं (Colour Blindness) पाता है।
चश्मे के नंबर का जल्दी-जल्दी बदलना भी मोतियाबिंद की बीमारी की ओर इशारा करता है। ऐसे में आंखों को और भी अधिक परेशानियां झेलनी पड़ती है।
इस बीमारी में रात को ड्राइविंग करने में दिक्कत आती है। जबकि दिन के समय आंखें चौंधियाती (Eye Daze) हैं। ऐसे में स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देता है।
आंखों के देखने में असंतुलन की वजह से सिर दर्द (Headache) की परेशानी भी हो सकती है। अगर एक आंख में मोतियाबिंद है तो सिर दर्द की परेशानी ज्यादा होने के आसार हैं।
इस बीमारी में ऐसा लगता है कि आंखों के सामने एक प्रकार की झिल्ली लगी हुई है जिससे देखने में दिक्कत आती है। साथ ही इस बीमारी में दोहरी दृष्टि (Double Vision) की समस्या भी आती है।
उम्र के बढ़ने के साथ इस बीमारी की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं। विशेष तौर पर अगर किसी बुजुर्ग को निकट दृष्टि दोष (Myopia) है तो मोतियाबिंद होने की संभावनाएं बहुत अधिक रहती हैं। डायबिटीज के मरीजों को मोतियाबिंद होने की संभावना ज्यादा होती है।
अगर आपका चश्मा बहुत ज्यादा पावर (High Power Specs) वाला है तो भी वह मोतियाबिंद की बीमारी में बहुत साफ नहीं दिखा पाता है।यह बीमारी समय के साथ-साथ बढ़ती चली जाती है। इससे दृष्टिबाधित (Blindness) होने की संभावना भी बनती है।