यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जो किसी भी उम्र के लोगों को कभी भी परेशान कर सकती है। यूरिक एसिड बनना परेशानी नहीं है। यूरिक एसिड सभी की बॉडी में बनता है और किडनी उसे फिल्टर करके बॉडी से बाहर भी निकाल देती है। जब किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर करके बॉडी से बाहर नहीं निकालती तो बॉडी में यूरिक एसिड जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है।
जोड़ों में ये क्रिस्टल जमा होने से जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से कई बीमारियां जैसे आर्थराइटि,गाउट, हृदय रोग, शुगर या किडनी रोग हो सकता है। इस दर्द की वजह से पैरों की उंगलियों में दर्द, उंगलियों में घाव और जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है। डाइट में प्यूरिन का सेवन कम करके यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में डाइट बेहद असरदार साबित होती है। डाइट से मतलब हम सुबह के नाश्ते से लेकर लंच और डिनर में किस तरह की रोटी और बाकी फूड का सेवन करते हैं, ये बहुत मायने रखता है। आप जानते हैं कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में आपकी थाली में मौजूद रोटी का भी अहम किरदार है। आप किस आटे की रोटी का कैसे सेवन करते हैं ये बहुत मायने रखता है। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड के मरीजों को किस तरह के आटे की रोटी का सेवन करना चाहिए।
यूरिक एसिड के मरीज बाजरे के आटे की रोटी का करें सेवन: यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए मरीज बाजरे के आटा से बनी रोटी का सेवन करें। बाजरा ग्लूटेन फ्री होता है, जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है। फाइबर से भरपूर होने की वजह से बाजरा पाचन क्रिया को सही रखता है। इसे खा कर पचाना आसान होता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ ब्लड से यूरिक एसिड को अवशोषित करते हैं इसलिए यूरिक एसिड के मरीजों को डाइट में बाजरे की रोटी को जरूर शामिल करना चाहिए।
ज्वार है फायदेमंद: यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए ज्वार के आटे का सेवन करें। आपको बता दें कि एक ज्वार की एक रोटी में करीब 12 ग्राम से अधिक फाइबर और 22 ग्राम से अधिक प्रोटीन पाया जाता है। यह ग्लूटेन फ्री होता है। ज्वार में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो पाचन तंत्र में सुधार करता है। इसका सेवन करने से पूरे दिन का करीब 48% फाइबर मिल जाता है जो 12 ग्राम से अधिक होता है। दिन भर में ज्वार के आटे की रोटी का एक बार जरूर सेवन करें, यूरिक एसिड के लक्षणों को कम करने में मदद मिलेगी।