हॉलीवुड के मशहूर अभिनेता ह्यूग जैकमैन अब तक 6 बार स्किन कैंसर की चपेट में आ चुके हैं। इसकी जानकारी उन्होंने खुद दी है। एक्स-मैन फिल्म श्रृंखला की फिल्मों में ‘वूल्वरिन’ के रोल से चर्चित अभिनेता ने बताया कि वो पिछले कई सालों से स्किन कैंसर का इलाज करा रहे हैं। पहली बार साल 2013 में कैंसर का पता चला था।
अभिनेता के मुताबिक उन्होंने आखिरी बार अगस्त 2021 में नाक से कैंसर के घाव को निकालने के लिए एक और बायोप्सी कराई थी। इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में अभिनेता ने इस कैंसर के बारे में पूरी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि वो स्किन से संबंधित एक बीमारी से जूझ रहे हैं जिसका नाम ‘बेसल सेल कार्सिनोमा’ है जो वास्तव में खतरनाक नहीं है, लेकिन इसका ध्यान रखने की आवश्यकता है।
अभिनेता अपनी बीमारी की जानकारी देने के साथ-साथ लोगों को रेगुलर सन-स्क्रीन लगाने और त्वचा का ध्यान रखने की सलाह दी है। आपको बता दें कि इस बीमारी से बचाव करने के लिए स्किन पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं और स्किन की समय-समय पर जांच कराएं। जैकमैन ‘बेसल सेल कार्सिनोमा’ नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं आइए इस बीमारी के बारे में जानते हैं और उसके लक्षणों की पहचान कैसे करें।
बेसल सेल कार्सिनोमा क्या है (Basal Cell Carcinoma):
बेसल सेल कार्सिनोमा (Basal Cell Carcinoma) एक प्रकार का स्किन कैंसर है जो स्किन के ऊपरी हिस्से पर होता है। इस बीमारी की शुरुआत कोशिकाओं से होती है और स्किन पर पारदर्शी रूप में दिखाई देती है। ये बीमारी लम्बे समय तक धूप में रहने से होती है। बता दें कि यह कैंसर बाकी कैंसर से कम जोखिम भरा है। अगर समय पर इस बीमारी का पता लग जाए तो इससे बचा जा सकता है।
बेसल सेल कार्सिनोमा (Basal Cell Carcinoma) के लक्षण:
- बेसल सेल कार्सिनोमा शरीर के उन हिस्सों में हो सकता है जो धूप के संपर्क में ज्यादा रहते हैं। ये बीमारी सिर और गर्दन पर हो सकती है। यह बीमारी आपकी स्किन पर ऐसे घाव बनाती है जो ठीक नहीं होते।
- इस कैंसर में स्किन पीयरली व्हाइट, लाइट पिंक या पिंक क्लॉट जैसी दिखाई दे सकती है। इसमें अक्सर रक्त वाहिकाएं दिखाई देती हैं। डार्क कलर की त्वचा वाले लोगों में, इसके घाव गहरे हो सकते है ।
- बेसल सेल कार्सिनोमा में घाव अक्सर चेहरे और कानों पर दिखाई देता है।
- एक भूरे, काले या नीले घाव काले धब्बे के साथ हो सकते हैं।
- नई, बदलती या असामान्य स्किन में बढ़ोतरी होती है।स्किन पर लाल पैच होना जिसमें खुजली और चोट लग सकती है। समय के साथ, ये पैच काफी बड़े हो सकते हैं।
- एक चमकदार उभार जो गुलाबी, लाल, सफेद, काला या भूरे रंग के हो सकते हैं।
- घाव जो ठीक नहीं होते और उनसे खून बह सकता है।
- एक निशान जिसका रंग सफेद, पीला या मोमी हो सकता है।
यदि आप अपनी त्वचा पर कुछ भी नया, बदलता हुआ या असामान्य देखते हैं तो तुरंत स्किन स्पेशलिस्ट को दिखाएं। द स्किन कैंसर फाउंडेशन के मुताबिक जिन लोगों को पहले बेसल सेल कार्सिनोमा हो चुका है उन्हें ये दोबारा हो सकता है। नाक, कान और होंठ जैसे हिस्सों में इसका लौटना अधिक सामान्य हैं।