शारीरिक स्थिरता और गलत खानपान के चलते आज के समय में कम उम्र में ही लोग यूरिक एसिड की समस्या से परेशान रहने लगे हैं। यूरिक एसिड एक टॉक्सिन है, जो खाने के पचने के बाद प्यूरीन नामक रसायन के टूटने पर बनता है। वहीं, वैसे तो किडनी इन टॉक्सिन को फिल्टर कर टॉयलेट के जरिए बाहर निकाल देती हैं, लेकिन अधिक मात्रा में होने पर ये टॉक्सिन हड्डियों के बीच में क्रिस्टल के रूप में जमा होना शुरू हो जाते हैं। ऐसी स्तिथि में किडनी भी इन्हें निकालने में असमर्थ हो जाती हैं।

धीरे-धीरे यूरिक एसिड के ये क्रिस्टल हड्डियों के बीच में गैप बढ़ा देते हैं, जिससे पीड़ित को जोडों में तेज दर्द, गाउट, अकड़न और सूजन का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा हाई यूरिक एसिड के चलते कई बार जोड़ों की शेप तक बदलने लगती है, ऐसा होने पर पीड़ित को चलने-फिरने यहां तक की कई बार एक जगह से उठकर दूसरी जगह पर बैठने में तेज दर्द का सामना करना पड़ता है। वहीं, अगर आप भी इस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। इस लेख में हम आपको एक खास आयुर्वेदिक हर्ब के बारे में बता रहे हैं, जो तेजी से यूरिक एसिड के क्रिस्टल को पिघलाकर जोड़ों में तेज दर्द से राहत दिलाने में असरदार साबित हो सकती है।

क्या है ये खास हर्ब?

दरअसल, हम यहां कासनी की बात रहे हैं, जिसे चिकोरी के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि कासनी एक ऐसा पौधा है, जो मूल रूप से उत्तर-पश्चिमी यूरोप में उगाया जाता है। इसमें फाइबर, पोटैशियम, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, प्रोटीन, आयरन और शरीर के लिए जरूरी कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

यूरिक एसिड पर कैसे है असरदार?

कासनी में खास एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते हैं, जो हाइपरयुरिसीमिया यानी शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही ये गुण जोड़ों में दर्द, सूजन, लालिमा जैसी परेशानी से भी निजात दिलाने में असरदार हैं। कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि नियमित रूप से कासनी के सेवन से यूरिक एसिड के स्तर को कम किया जा सकता है। साथ ही कासनी में कार्ब्स, कैल्शियम और प्रोटीन भरपूर रूप से होता है, जो आपकी हड्डियों को मजबूत बना सकता है। कासनी के सेवन से हड्डियों के खनिज घनत्व में सुधार करने में मदद मिल सकती है, जिससे हड्डियों के कार्य करने की क्षमता बेहतर हो जाती है।

कैसे करें सेवन?

  • आप कासनी की पत्तियों या इसके पाउडर से हर्बल टी बनाकर पी सकते हैं।
  • कासनी के ताजे पत्तों को सलाद के रूप में खाया जा सकता है।
  • कासनी के पत्ते और इसके तने से काढ़ा बनाकर पीया जा सकता है।
  • इन सब के अलावा आप इस खास पौधे की पत्तियों को सब्जी में मिलाकर भी खा सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।