मॉनसून के दौरान सर्दी-खांसी और वायरल फ्लू बेहद परेशान करता है। इस मौसम में खांसी, सर्दी-जुकाम, गले में खराश और बुखार के मामले बढ़ने लगते हैं। बरसात में बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है। इस मौसम में संक्रमित इंसान के संपर्क में आने से, दूषित जगह जैसे दरवाज़े के हैंडल, हैंड रेल्स , अपनी नाक या आंखों को छूने से इस इंफेक्शन का खतरा बढ़ने लगता है। फ्लू एक आम श्वसन रोग है जो इन्फ्लूएंजा वायरस से होता है। इसके लक्षणों की बात करें तो तेज बुखार आना, सिर और शरीर में दर्द होना, खांसी होना, सीने में बलगम भर जाना और बहती नाक इसके लक्षणों में शुमार है।
बरसात के मौसम में वायरल इंफेक्शन इम्युनिटी कमजोर होने के कारण होता है। इन बीमारियों से बचाव करने के लिए इम्युनिटी का स्ट्रांग होना जरूरी है। इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करें, कुछ आयुर्वेदिक हर्ब्स का इस्तेमाल करें तो आसानी से इस परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक जिन लोगों को धूल मिट्टी से एलर्जी होती है उन्हें सर्दी जुकाम और नज़ला बेहद परेशान करता है। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर बरसात में आपकी छाती बलगम से भर गई है और देह हमेशा बुखार से गर्म रहता है तो आप कुछ आयुर्वेदिक हर्ब्स का सेवन करें। कुछ हर्ब्स का सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रांग होगी और वायरल इंफेक्शन से भी बचाव होगा। आइए एक्सपर्ट से जानिए कि आयुर्वेदिक नुस्खो का सेवन करने से वायरल फ्लू से कैसे बचाव होता है।
षडबिंदु तेल से करें बंद नाक और नजले का इलाज
औषधीय गुणों से भरपूर षडबिंदु तेल एक आयुर्वेदिक तेल है जो सर्दी-जुमाक और वायरल से बचाव करने में मदद करता है। इस तेल का इस्तेमाल करने से सिरदर्द और साइनसाइटिस की परेशानी का इलाज होता है। माइग्रेन के दर्द से निजात दिलाने में भी ये तेल बेहद असरदार साबित होता है। बरसात के मौसम में सर्दी जुकाम से राहत पाने के लिए आप रोजाना षडबिंदु तेल की कुछ बूंदों को रात में नाक में डालें बंद नाक खुलेगी और सांस लेने में भी राहत मिलेगी। इस तेल को नाक में डालने से नाक से पानी बहना बंद हो जाएगा और नाक से गंदगी भी बाहर निकल जाएगी।
गिलोय से करें कफ का इलाज
औषधीय गुणों से भरपूर गिलोय का सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रॉंग होती है और कफ का भी इलाज होता है। कोल्ड, कफ और वायरल संक्रमण से निजात पाने के लिए गिलोय का सेवन बेहद उपयोगी है। इस हर्ब में ऐसे पोषक तत्व मौजूद हैं जो फ्लू से बचाव करते हैं। गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड, टीनोस्पोरिन, पामेरिन और टीनोस्पोरिक एसिड, कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस, जिंक,कैल्शियम और मैगनीज मौजूद होता है। अगर आपको भी सामान्य सर्दी-जुकाम है तो आप गिलोय के काढ़े का सेवन कर सकते हैं।
तुलसी के काढ़े का करें सेवन
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी का सेवन करने से इंफ्लामेशन कंट्रोल रहता, मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। तुलसी में मौजूद पोषक तत्व जैसे विटामिन C, कैल्शियम, जिंक, आयरन, पोटैशियम और क्लोरोफिल बॉडी को हेल्दी रखते हैं और बीमारियों से बचाव करते हैं। तुलसी में सिट्रिक, टार्टरिक और मैलिक एसिड मौजूद होता है जो बदलते मौसम में बॉडी में होने वाली परेशानियों को दूर करता है।
