Benefits of Ayurveda in Hindi: इम्यून सिस्टम शरीर में एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में निमोनिया, ब्रोंकायटिस और कई तरह की स्किन से जुड़ी समस्याएं होने की संभावना अधिक होती है। संतुलित आहार लेने से और व्यायाम करने से जहां इम्यूनिटी मजबूत होती है वहीं आयुर्वेद भी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। मेदांता आयुर्वेद की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ ज्योति कुंबर के अनुसार आयुर्वेद इम्यून सिस्टम को मजबूत तो करता ही है साथ ही उससे होने वाली बीमारियों के इलाज में भी असरदार है। जानिए किस प्रकार बढ़ाता है ये लोगों का इम्यून-
1. नियंत्रित अग्नि (डाइजेस्टिव फाइबर)- एक नियंत्रित अग्नि शरीर को ताकतवर बनाने में मददगार होती है। ऐसे खाने में कम मात्रा में रिफाईंड शुगर, प्रोसेस्ड फूड और उत्तेजक पदार्थ होते हैं। यह मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है साथ ही इससे आपके दिमाग और शरीर में ऊर्जा भी नियंत्रण में रहती है।
2. स्वस्थ खाना- आयुर्वेद सलाह देता है कि हमें स्वस्थ खाना खाना चाहिए। फल, सब्जी, दाल को अपने दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए। इसके अलावा दूध घी खाने से ओजस यानि कि डाइजेशन के एंड प्रॉडक्ट को बूस्ट करता है।
3. दिनचर्या- आयुर्वेद में दिनचर्या को बेहद ही महत्वपूर्ण दर्जा दिया गया है। सुबह समय पर उठकर बाथरूम जाना आवश्यक है। इसके अलावा इसमें मालिश पर भी जोर दिया गया है। ये सभी चीजें शरीर में हॉर्मोंस और एंजाइम्स को सक्रिय करते हैं जो लोगों को किसी भी प्रकार की बीमारी होने से बचाती है।
4. शोधन (प्यूरिफिकेशन) क्रिया- इसके अंतर्गत पंचक्रम की प्रक्रिया आती है जिसमें वमन, विरेचना, नास्यम, रक्तमोक्षणा और भी कई तरह की क्रियाएं शामिल हैं। यह सभी शरीर के विभिन्न अंगों के लिए डरूरी क्रियाएं हैं। ये सारी थेरेपी वात्, पित्त और कफ को संतुलन में रखती हैं और इम्यूनिटी बढ़ाती हैं।
5. रसायन क्रिया- सीधे शब्दों में कहें तो इम्यूनिटी बढ़ाने में काम आने वाली खास आयुर्वेदिक दवाइयां। रसायन क्रिया आयु बढ़ाने में भी असरदार है। इसके साथ ही यह आपके याददाश्त को भी जल्दी कमजोर नहीं होने देती। यह त्वचा पर निखार लाने में भी कारगर है। शरीर को अधिक ताकतवर बनाती है और सभी सेंस ऑर्गंस को सुचारू रूप से काम करने में भी मदद करती है। साथ ही यह साफ और अच्छे तरीके बोलने में भी मददगार है।
6. लहन क्रिया- यह क्रिया बच्चों को खासकर फायदा पहुंचाती है। पर्याप्त पोषण से यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करती है।

