गठिया एक ऐसी कॉमन बीमारी है जिसमें खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है। यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो हम सभी की बॉडी में बनते हैं और किडनी इन क्रिस्टल को फिल्टर करके आसानी से यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर भी निकाल देती है। जब डाइट में प्यूरीन से भरपूर फूड्स का अधिक सेवन किया जाता है और किडनी उन टॉक्सिन को बॉडी से बाहर नहीं निकाल पाती तो ये टॉक्सिन जोड़ों में जमा होने लगते हैं। लम्बे समय तक यूरिक एसिड का स्तर हाई होने से ये क्रिस्टल बन जाते हैं और जोड़ों में जमा हो जाते हैं। बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर हाई होने से जोड़ों में दर्द और सूजन की शिकायत बढ़ जाती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर सबसे ज्यादा दर्द पैरों में होता है। पैर के अंगूठे में दर्द होता है और दर्द के मारे पैर जमीन पर नहीं रखा जाता।

एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झांजेर के मुताबिक जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो रात के खाने में प्यूरीन से भरपूर फूड्स का सेवन करने से परहेज करें। यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से हाथ-पैरों की उंगलियों में बेहद दर्द होता है। ये दर्द सुबह के समय ज्यादा होता है और धीरे-धीरे दिन तक हल्का होने लगता है।

ये दर्द कुछ और नहीं बल्कि गाउट है जो कभी-कभी ज्यादा असर करता है तो कभी-कभी कम असर करता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है अगर वो रात के खाने में कुछ फूड्स का सेवन करने से परहेज करें तो आसानी से यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि यूरिक एसिड के मरीज रात के खाने में किन फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।

रात के खाने में दाल नहीं खाएं

रात के खाने में प्यूरीन से भरपूर दाल का सेवन आपका यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा सकता है। रात में दाल खाएंगे तो सुबह यूरिक एसिड हाई होगा और आपके पैरों में दर्द चर्म पर होगा। ऐसी स्थिति में आपका चलना फिरना भी दूभर हो जाएगा। दाल में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है जिससे बॉडी में यूरिक एसिड हाई हो जाता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो रात के खाने में दाल का सेवन नहीं करें।

पालक और साग का सेवन नहीं करें

अगर आपका यूरिक एसिड हाई रहता है तो आप रात में पालक और साग का सेवन भूलकर भी नहीं करें। पालक में प्रोटीन और प्यूरीन की मात्रा ज्यादा होती है, इसका सेवन रात में करने से शरीर में यूरिक एसिड बहुत तेजी से बढ़ने लगता है।

मीट से करें परहेज

रात के खाने में मीट का सेवन करने से बचें। रेड मीट का सेवन रात में बिल्कुल भी नहीं करें। रेड मीट यूरिक एसिड के मरीजों के लिए सबसे खतरनाक माना जाता है। रेड मीट में हाई प्यूरिन होता है जो यूरिक एसिड बढ़ाता है और गाउट की समस्या को बढ़ाता है।

डिनर में मीठा खाने से करें परहेज

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो डिनर में मीठा खाने से परहेज करें। रात में मीठे ड्रिंक का सेवन करने से सुबह यूरिक एसिड का स्तर हाई होने लगता है। मिठाई व मीठे पेय पदार्थों में फ्रुक्टोज भरपूर होता है, जो यूरिक एसिड में टूटने लगता है जिससे यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है।