brinjal with curd side effects: भाजा बैंगन, दही बैंगन मखनी और बैंगन अफगानी कुछ ऐसी सब्जियां जिन्हें खाना हर कोई पसंद करता है। इस सब्जियों की खास बात ये है कि इनमें दही और बैंगन दोनों का इस्तेमाल होता है। जिन लोगों का पेट सही है और डाइजेशन अच्छा है उनके लिए तो ये फूड कॉम्बिनेशन बढ़िया है लेकिन जो लोग कमजोर पाचन क्रिया की समस्या से परेशान रहते हैं या फिर सेहत से जुड़ी इन स्थितियों से गुजर रहे हैं उनके लिए ये फूड कॉम्बिशेन खतरनाक हो सकता है। तो आइए जानते हैं कौन हैं ये लोग और किन कारणों से इन्हें दही और बैंगन को एक साथ खाने से बचना चाहिए।

इन 3 लोगों को एक साथ नहीं खाना चाहिए दही और बैंगन

गठिया के मरीजों को-avoid brinjal with curd in arthritis

Arthritis Foundation के अनुसार बैंगन में सोलाइन (solanine) नामक कंपाउंड होता है जो कि दही के विटामिन सी के साथ रिएक्ट करता है। दोनों मिलकर शरीर में सूजन को ट्रिगर कर सकते हैं और हड्डियों पर इसका असर ज्यादा हो सकता है। तो आयुर्वेद की मानें तो इससे वात-पित्त और कफ असंतुलित हो जाता है जिस वजह से गठिया के मरीजों की दिक्कतें बढ़ सकती हैं। तो इसलिए गठिया के मरीजों को इन दोनों को एक साथ खाने से बचना चाहिए।

गैस्ट्रिक अल्सर वाले लोगों को-avoid brinjal with curd in gastric ulcer

गैस्ट्रिक अल्सर की बीमारी में पेट की पूरी लाइनिंग ही एसिडिक हो जाती है और ऐसे लोगों को सबसे ज्यादा एसिडिटी की समस्या होती है। ऐसे में दही और बैंगन को खाना इन दिक्कतों को और बढ़ाने वाला हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, बैंगन उष्णा (गर्म) और गुरु (भारी) गुण के कारण सूजन या एसिड रिफ्लक्स की वजह बन सकता है। साथ ही जब दही और बैंगन एक साथ मिलते हैं तो इन्हें पचाना आसान नहीं होता और गैस्ट्रिक अल्सर की बीमारी वाले इससे ज्यादा परेशान रहते हैं।

प्रेगनेंसी में-avoid brinjal with curd in pregnancy

प्रेगनेंसी में दही और बैंगन खाना काफी नुकसानदेह हो सकता है। ये शरीर के संतुलन को बाधित कर सकता है, डाइजेशन को प्रभावित कर सकता है और संभावित रूप से पाचन संबंधी समस्याएं या असुविधा पैदा करता है। साथ ही इन दोनों को खाने के बाद भयानक एसिडिटी हो सकती है। इसलिए इन दोनों को एक साथ खाने से बचें। तो ये थी वो तीन स्थितियां जिनमें आपको दही और बैंगन खाने से बचना चाहिए।