देश भर में लगातार गठिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और अब यह संख्या करीब 18 करोड़ तक पहुंच गई है । इनमें 15 करोड़ लोग घुटने के दर्द से पीड़ित हैं। गठिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। नतीजतन, लोग जोड़ों में दर्द, सूजन या जकड़न से पीड़ित होते हैं। आइए जानते हैं कि वास्तव में यह रोग क्या है और इससे क्या नुकसान हो सकते हैं-
डॉक्टरों के अनुसार गठिया हड्डियों के अलावा शरीर के 14 अन्य अंगों को प्रभावित करता है। यह ऑस्टियोपोरोसिस, मांसपेशियों की कमजोरी, कोशिका क्षति, सूखी और लाल आँखें, एनीमिया, निमोनिया, दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों के जोखिम को भी बढ़ाता है। चिंताजनक रूप से गठिया अब युवाओं में भी आम हो गया है। 30 से 40 वर्ष की आयु के लोगों में इस बीमारी का निदान किया जा रहा है।
कम उम्र में गठिया क्यों होता है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक युवाओं में स्टेरॉयड और सप्लीमेंट लेने का चलन काफी बढ़ गया है। इनका इस्तेमाल मांसपेशियों को मजबूत बनाने या बॉडी बनाने के लिए बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। साथ ही कैल्शियम की कमी और गलत खान-पान की वजह से भी यह समस्या बढ़ती जा रही है। इसके अलावा लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठे रहना, गलत तरीके से बैठना और व्यायाम करने का गलत तरीका भी युवाओं में जोड़ों के दर्द का कारण बन रहा है।
ऑस्टियो-आर्थराइटिस के मामले भी बढ़ रहे हैं
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक ऑस्टियो-आर्थराइटिस के मामले भी बढ़ रहे हैं। ऑस्टियो-आर्थराइटिस गठिया का एक प्रकार है। यह रोग बढ़ती उम्र के साथ होता है। लेकिन इसका एक और रूप है जिसे रूमेटाइड अर्थराइटिस कहा जाता है। यह रोग या विकार किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। इस बीमारी में आपका इम्यून सिस्टम काफी एक्टिव हो जाता है। इससे जोड़ों में सूजन, सुबह उठने पर जोड़ों में अकड़न और हड्डियों में तेज दर्द होता है।
आप जोड़ों के दर्द से क्यों पीड़ित हैं?
उठने-बैठने का गलत तरीका जोड़ों के दर्द का सबसे बड़ा कारण है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक जोड़ों के दर्द से बचने के लिए अपने पैरों को मोड़ने से बचें। जिम या अन्य जगहों पर कभी भी हैवी वर्कआउट न करें। साथ ही अपने आहार का भी उचित ध्यान रखें और अपने आहार में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। साथ ही धूम्रपान से भी बचना चाहिए, यह स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है।