बदलते मौसम और जीवनशैली के कारण अक्सर लोगों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें जोड़ों में दर्द, बुखार और अन्य परेशानियां शामिल हैं। लेकिन जोड़ों में दर्द होना, उठने-बैठने में परेशानी, उंगलियों में सूजन और जोड़ों में गांठ की शिकायत कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जिनका होना गंभीर बीमारी की ओर इशारा करता है। कई बार ये चीजें यूरिक एसिड के बढ़ने की ओर भी इशारा करती हैं।
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण महसूस होते ही आपको तुरंत टेस्ट कराएं और बीमारी का पता लगाएं। इस बीमरी को कंट्रोल करने के लिए सबसे पहले अपनी डाइट पर ध्यान दें। डाइट में कुछ खास फलों और फूड्स को शामिल करें जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करें।
ब्लड में मौजूद यूरिक एसिड एक तरह का केमिकल है, जो शरीर में प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है। दरअसल यह केमिकल किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद शरीर से फ्लश आउट हो जाता है लेकिन जब शरीर में इसकी अधिकता होने लगती है तो किडनी भी इसे फिल्टर करने में सक्षम नहीं रह पाती, जिसके कारण यह हड्डियों के जोड़ों के बीच क्रिस्टल्स के रूप में इक्ट्ठा होने लगता है। कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैटी एसिड, विटामिन और खनिज ऐसे जरूरी पोषक तत्व हैं जो हमें बीमारियों से बचाते हैं। आइये जानते हैं शरीर में हो रही किन समस्यों के जरिये यूरिक एसिड बढ़ने के संकेत मिलते हैं-
जोड़ों में दर्द होना: यूरिक एसिड बढ़ने के कारण आमतौर पर लोगों के शरीर के जोड़ों में दर्द होने लगते हैं। वहीं जोड़ों के दर्द सर्दियों में बढ़ सकते हैं। हाथ की मुट्ठी बंद करने में भी दिक्कतें होने लगती हैं। साथ ही सारी उंगलियों में दर्द होने लगता है।
उठने-बैठने में परेशानी: आमतौर पर लोगों के शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के कारण उन्हें उठने- बैठने परेशानी होने लगती है। शरीर में इक्कठा यूरिक एसिड की यह स्थिति गाउट यानी गठिया का कारण बन सकती है।
उंगलियों में सूजन: यूरिक एसिड बढ़ने के साथ ही जोड़ों के पास सूजन जैसी समस्या भी बढ़ने लगती है। ऐसे में आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव कर घुटनों में दर्द और सूजन की समस्या से निजात पा सकते हैं।
जोड़ों में गांठ की शिकायत: यूरिक एसिड बढ़ने के कारण जोड़ों, टेंडन, मांसपेशियों और टिश्यूज में इस एसिड के छोटे-छोटे टुकड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा हो जाते हैं। इसके साथ ही जोड़ों में गांठ को शिकायतें भी बढ़ जाती हैं। इसके अलावा पैरों और हाथों की उंगलियों में चुभन और आमतौर पर जल्दी थकान का अनुभव होने लगता है।