आज के समय में खराब लाइफस्टाइल और अनियमित खानपान के कारण लोग कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। जो बीमारियां पहले बुजुर्गों को हुआ करती थीं, वहीं, अब उसकी चपेट में कम उम्र के लोग भी आ रहे हैं। ऐसी ही एक बीमारी है यूरिक एसिड की। शरीर में यूरिक एसिड प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है। यूं तो मल-मूत्र के जरिए यूरिक एसिड पूरी तरह से बाहर निकल जाता है।

हालांकि, जब बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है तो गठिया-बाय, जोड़ों में दर्द, उठने-बैठने में परेशानी और उंगलियों में सूजन जैसी समस्या होने लगती है। ऐसी स्थिति में आपके लिए यह उपाय मददगार साबित हो सकते हैं।

फलों का करें सेवन: शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करना चाहिए। चेरी, ब्लू बेरी, ताजा फलों का जूस यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार हैं।

हाई फाइबर फूड: शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने के लिए हाई फाइबर फूड का सेवन करना चाहिए। क्योंकि, यह यूरिक एसिड को सोखने का काम करते हैं। आप सेब, बादाम, अंगूर और ओटमील आदि चीजों को अपने खाने में शामिल कर सकते हैं। बता दें, अंगूर के बीजों का प्रयोग दवा बनाने में भी किया जाता है।

मेथी: मेथी में कैल्शियम और आयरन उच्च मात्रा में मौजूद होता है। साथ ही, ये कैरोटीन और विटामिन-सी से भरपूर होता है जो जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा यह जोड़ों में होने वाली सूजन को भी कम करने में मदद करता है। रातभर पानी में 1 चम्मच मेथी के बीज को भिगोकर छोड़ दें। सुबह इसे छानकर मेथी के बीजों को अच्छे से चबाकर खाएं और मेथी का पानी भी साथ में पीयें।

सेब का सिरका: सेब की तरह ही सेब का सिरका भी स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। सेब का सिरका शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को नियंत्रित करने में भी लाभदायक है। इसे पानी में मिलाकर पीना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

हरा धनिया: सब्जियों में प्रयुक्त होने वाला हरा धनिया खाने की खुशबू को बढ़ा देता है। लेकिन इसके अलावा हरे धनिये का इस्तेमाल शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए भी किया जाता है। हरे धनिए में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यह एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। धनिये के जूस का नियमित सेवन घुटनों के दर्द से भी निजात दिला सकता है। इसके अलावा अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ रहा है, तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।