बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपनी ट्यूबरकुलोसिस और हेपेटाइटिस बी के खिलाफ लड़ाई के बारे में खुलकर बात करने से कभी पीछे नहीं हटते हैं। लेकिन अमिताभ बच्चन ने “कौन बनेगा करोड़पति 11” के अंतिम एपिसोड में एक नया खुलासा किया। ट्यूबरकुलोसिस और हेपेटाइटिस के बारे में बात-चीत के दौरान अमिताभ बच्चन ने बताया कि वह शुरूआत में इस बीमारी को बहुत हल्के में ले रहे थे। उन्हें जब पीठ में दर्द महसूस होता था तो वह समझते थे लंबे समय तक कुर्सी पर बैठने के कारण होता है। उन्हें लगभग 4-5 साल बाद इस बात का पता चला था कि वह किसी बीमारी के शिकार हैं।
हालही में अमिताभ बच्चन एनडीटीवी के ‘स्वास्थ्य इंडिया’ के लॉन्च के दौरान डॉक्टर हर्षवर्धन से बातचीत करते हुए कहा कि लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना चाहिए ताकि वह समय रहते इसका इलाज करवा सकें। साथ ही शुरूआत में ही इस बीमारी का पता लगा सकें।
अमिताभ बच्चन ने यह भी कहा कि, ‘जब मुझे इस बीमारी का पता चला था तो 4-5 साल निकल चुके थे और इन सालों में मैंने बहुत कष्ट भी सहा था। उन्होंने कहा कि हालांकि मेरे इलाज शुरू होने के बाद मेरी हालत में बहुत सुधार आई थी लेकिन फिर भी परेशानी तो सहनी पड़ी थी।’ अमिताभ बच्चन ने कहा कि वह चाहते हैं कि लोगों को इस बात की जानकारी हो और पता हो कि इस तरह की भी कोई बीमारी होती है। अगर लोगों को शुरूआत में ही पता लग जाएगी तो उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उन्होंने इस बात को भी बताया कि, ‘समय रहते मुझे जानकारी हो गई थी और मैंने इलाज करवाना शुरू कर दिया था। जब मुझे इस बात का पता चला था तो मेरे लिवर का 75 प्रतिशत हिस्सा खराब हो चुका था लेकिन समय रहते पता चलने के कारण आज 20 साल बाद भी मैं 25 प्रतिशत पर ही जीवित हूं।’
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