यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो सभी की बॉडी में बनते हैं और किडनी उन टॉक्सिन को फिल्टर करके बॉडी से बाहर भी निकाल देती है। प्यूरीन से भरपूर फूड्स का अधिक सेवन करने से,कुछ बीमारियों में और कुछ दवाईयों का सेवन करने से बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर हाई होने से जोड़ों में चुभन वाला दर्द और सूजन की परेशानी होने लगती है। इस दर्द की वजह से उठना-बैठना तक दूभर होने लगता है। यूरिक एसिड का हाई स्तर जोड़ों की दिक्कत, किडनी की बीमारी, दिल के दौरे जैसी खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।
गर्मी में यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है। पैर का अंगूठा सूजने लगता है। अगर आप भी गर्मी में बढ़ते यूरिक एसिड से परेशान हैं तो पटुआ साग का सेवन करें।
हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक पटवा साग यानि जूट लीव्स में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें कैलोरी, प्रोटीन, वसा, कार्ब्स, फाइबर, कैल्शियम,आयरन,मैग्नीशियम,पोटैशियम,विटामिन सी,राइबोफ्लेविन,फोलेट और विटामिन ए मौजूद होता है जो बॉडी को फायदा पहुंचाता है। ये सभी पोषक तत्व बॉडी को हेल्दी रखते हैं और यूरिक एसिड को भी कंट्रोल करते हैं। आइए जानते हैं कि पटुआ का साग कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में पटुआ साग कैसे असरदार है?
ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर पटुआ साग जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि ये साग जोड़ों के दर्द और सूजन को दूर करने में जादुई असर करता है। इस साग का सेवन करने से हड्डियों के दर्द और सूजन से छुटकारा मिलता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई है वो गर्मी में पटुआ साग का सेवन करें। ये साग आपके प्रोटीन मेटाबोलिज्म को तेज होता है और प्यूरिन को पचाने में मदद करता है। इसका सेवन करने से जोड़ों में यूरिक एसिड के क्रिस्टल जमा नहीं होते और जोड़ों में दर्द भी नहीं होता। इसका सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है और बॉडी हेल्दी भी रहती है।
यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए पटुआ साग का सेवन कैसे करें
- यूरिक एसिड कंट्रोल करना चाहते हैं तो पटुआ साग का सेवन उसका जूस बनाकर करें। आप इस साग की पत्तियां लें उन्हें वॉश कर लें और जूसर में डालें। इसके साथ आप इसमें एक आंवला भी मिला सकते हैं। इन पत्तियों के जूस को पानी में मिलाकर उसका सेवन करें यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा।
- दाल के साथ करें पटुआ के साग का सेवन।
- इस साग को आप परांठे या रोटी के साथ मिलाकर भी खा सकते हैं।