सर्दी के महीने में हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द और सूजन की परेशानी ज्यादा होती है। इस मौसम में यूरिक एसिड के मरीजों के लिए ये परेशानी बेहद तकलीफ देने वाली होती है। यूरिक एसिड हाई होने से जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ने लगती है। इस मौसम में प्यूरीन से भरपूर डाइट का सेवन यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा देता है। सर्दी में अगर लोग बॉडी को गर्म रखने के लिए वाइन या शराब का सेवन करते हैं तो यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। प्यूरीन डाइट से परहेज करके आप यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं।
यूरिक एसिड हमारी बॉडी के लिए कचरा होता है जिसके बॉडी में जमा होने से यूरिक एसिड का स्तर हाई होने लगता है। कुछ खास तरह के मीट जैसे लीवर,बियर और अल्कोहल का सेवन करने से तेजी से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए बथुआ का साग बेहतरीन सब्जी है। इस साग का सेवन करके यूरिक एसिड के स्तर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। बथुआ एक ऐसी सब्जी है जिसमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम,मैग्नीज और 8 तरह के विटामिन पाए जाते हैं जो बॉडी के लिए जरूरी है। बथुआ का सेवन करने से पेट से संबंधित परेशानियां दूर होती है और पाचन दुरुस्त रहता है।
आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक बथुआ एक ऐसी सब्जी है जिसे इंग्लिश में ऑल गुड कहा जाता है। आयुर्वेद के मुताबिक ये ऐसा साग है जिसमें बेहद औषधीय गुण मौजूद हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक बथुआ का सेवन किडनी की सेहत को दुरुस्त करता है। इसका सेवन करने से किडनी बॉडी में बनने वाले यूरिक एसिड को आसानी से बाहर निकालती है। किडनी स्टोन की समस्या को दूर करने के लिए 10-12 बथुआ की पत्तियों को तोड़ लें और उसका रस निकाल कर सुबह शाम उसका सेवन करें तो किडनी की पथरी से निजात मिलती है। बथुआ किडनी की सेहत में सुधार करता है और यूरिक एसिड को भी कंट्रोल करता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि बथुआ कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है।
बथुआ कैसे यूरिक एसिड कंट्रोल करता है
बथुआ एक ऐसी सब्जी है जिसमें विटामिन और खनीज भरपूर मौजूद होते हैं। बथुआ में फाइबर, आयरन, विटामिन ए जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जिससे बॉडी में टॉक्सिन कम बनते हैं। इसका सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने का खतरा कम रहता है। रोज़ाना सुबह खाली पेट अगर बथुआ के पत्तों का जूस पिया जाए तो आसानी से पूरे दिन यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। याद रखें कि बथुआ के पत्तों का जूस पीकर आप दो घंटे तक कुछ नहीं खाएं। बथुए का जूस यूरिक एसिड के स्तर को तेजी से कंट्रोल करता है।
बथुआ के सेहत के लिए फायदे
बथुआ सर्दी में पाई जाने वाली ऐसी सब्जी है जिसके पत्तों का सेवन सब्जी और सूप दोनों के रूप में कर सकते हैं। बथुआ का सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है और बॉडी हेल्दी रहती है। विटामिन सी से भरपूर बथुआ कब्ज की समस्या का उपचार करता है। सर्दी में बथुआ का सेवन करने से बॉडी गर्म रहती है और बीमारियों से बचाव होता है। पाचन को दुरुस्त रखने में बथुआ बेहद असरदार साबित होता है। स्किन की समस्याओं को दूर करने में बथुआ बेहद फायदेमंद है। दांतों के दर्द दूर करने में और महिलाओं को पीरियड पेन से छुटकारा दिलाने में बथुआ असरदार है।