दो लोगो के बीच प्यार और विश्वास का रिश्ता बढ़ जाता है तो वो आपसी सहमति से शारीरिक संबंध बनाते हैं। शारीरिक संबंध दो लोगों के बीच शारीरिक आकर्षण का अनुभव कराता है। इस संबंध में इंसान अपने साथी के साथ शारीरिक और मनोवैज्ञानिक रूप से जुड़ता है। शारीरिक संबंध बनाने से मानसिक और शारीरिक दोनों तरह के फायदे होते हैं। इस रिलेशन से तनाव छूमंतर होता है, दिल की सेहत दुरुस्त रहती है, मूड में बदलाव होता है। अगर आपकी अपने पार्टनर से स्ट्रॉन्ग बॉन्डिंग हैं तो आपका उनके साथ मिलना-जुलना अक्सर बना रहेगा।
सदगुरु जग्गी वासुदेव के मुताबिक अगर आपका अपने पार्टनर से या फिर किसी से भी मिलना-जुलना हुआ है तो ये चीज शरीर याद रखता है और दिमाग भूल जाता है। इस मिलन को जिसे शरीर याद रखता है उसे रुणानुबंध कहते हैं। जब आप किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं या फिर ऐसी कोई अंतरंगता होती है जिसमें विचार, भावनाएं और शरीर शामिल हो तो आपके शरीर में जो याददाश्त रह जाती है वो बहुत ज्यादा होती है।
अगर आपका किसी के साथ किसी भी तरह का मेलजोल हुआ है, किसी भी तरह का मिलना जुलना या शारीरिक संबंध बने है,अगर आप भीड़ में काफी लम्बे समय तक रहे हैं तो आप सबसे पहले नहा लें। हम सभी जानते हैं कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बॉडी को स्वच्छ रखना जरूरी है। शारीरिक संबंध के बाद शरीर में संक्रमण भी फैल सकता है जिसके लिए डॉक्टर नहाने की सलाह देते हैं।
सदगुरु के मुताबिक नहाना एक ऐसी क्रिया है जिसे अगर दिन में 3-4 बार भी करना पड़े तो करना चाहिए। हिन्दू धर्म के वेदों के मुताबिक शारीरिक संबंध बनाने के बाद नहाना जरूरी है इसे करने से इंसान पवित्र हो जाता है लेकिन सदगुरू इसे पवित्र होने की दृष्टि से नहीं देखते। आइए जानते हैं कि अंतरंगता के बाद नहाना क्यों जरूरी है।
शारीरिक संबंध बनाने के बाद नहाना क्यों जरूरी है
सदगुरु बताते हैं कि आपको दिन में जरूरी नहीं है कि ज्यादा बार नहाना चाहिए। दिन में दो बार नहाना सेहत के लिए अच्छा है। किसी के साथ कोई भी शारीरिक संपर्क होता है तो आप तुरंत नहाएं। शारीरिक संपर्क से मतबल है कि आपने किसी से 5-6 मिनट के लिए हाथ मिलाया और आपका शारीरिक संपर्क हुआ तो भी आपको घर आते ही तुरंत नहाना चाहिए।
सदगुरु के मुताबिक शारीरिक संबंध बनाने के बाद नहाना सिर्फ बॉडी की सफाई के लिए नहीं है बल्कि आप नहाकर अपने शरीर की ऊर्जा अपने में संगाठिक करते हैं। अगर आपका किसी से मेलजोल ज्यादा हुआ है तो आपकी बॉडी में एनर्जी का लेवल कम होने लगता है। आप जब भी ज्यादा लोगों के संपर्क में आएं या फिर आप किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाएं तो सबसे पहले नहाएं। नहाने से आपकी बॉडी में एनर्जी का स्तर ढीला नहीं होता।
सदगुरु के मुताबिक नहाने का मतलब साबुन और शैंपू करने से नहीं है बल्कि पानी के प्रवाह से है। आप पानी की बाल्टी भरें और अपने पर उंडेल दें। आपकी बॉडी पर बहता हुआ पानी आपको शुद्ध करता है। हमारी बॉडी में 72 फीसदी पानी है आप बस इस शरीर पर पानी डाल दीजिए आपकी बॉडी की शुद्धि हो जाएगी। पानी को अपने ऊपर बहाने से आपका तनाव कम होता है। कभी आप ज्यादा तनाव में रहते हैं तो फव्वारे के नीचे खड़े हो जाते हैं और उससे बाहर आने का आपका मन नहीं करता। कुछ देर फव्वारे के पानी के नीचे खड़े रहने से आप खुद को हल्का महसूस करते हैं। फव्वारे का पानी आपकी समस्या को नहीं सुलझाता सिर्फ आपको रिलेक्स देता है एनर्जी देता है।