Uric Acid Remedies: वर्तमान समय में अनहेल्दी डाइट और खराब लाइफस्टाइल के कारण लोग कई बीमारियों से घिर जाते हैं। इस वजह से उनकी दिनचर्या काफी प्रभावित होती और दैनिक गतिविधियों को करने में भी दिक्कत होने लगती है। हाइपरयूरिसेमिया भी एक ऐसी ही स्वास्थ्य परेशानी है जो शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने से होती है। बता दें कि शरीर में इस केमिकल के बढ़ते स्तर के कारण गाउट, गठिया-बाय, मल्टीपल ऑर्गन फेलियर, हार्ट अटैक और किडनी संबंधी कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा है।
यही कारण है कि खून में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल करने से इसके स्तर पर नियंत्रण रखा जा सकता है।
अजवाइन: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अजवाइन में एंटी-इन्फ्लेमेट्री तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर में होने वाली सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व जैसे कि मैंगनीज, आयरन, फॉस्फोरस, कॉपर, कोबाल्ट और आयोडीन यूरिक एसिड कंट्रोल करने में मदद करते हैं। साथ ही, अजवाइन में एंटी-बायोटिक भी मौजूद होते हैं जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है।
अलसी के बीज: अलसी के बीज में फाइबर की अधिकता होती है जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। ये गठिया के मरीजों के लिए भी रामबाण होता है। यूरिक एसिड के इलाज के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि खाने के आधे घंटे बाद इन बीजों को चबाकर खाना चाहिए। ध्यान रखें कि फ्लैक्स सीड्स को हमेशा भूनकर रखना चाहिए।
अदरक: गठिया के कारण हो रही सूजन और दर्द से राहत दिलाने में अदरक कारगर हो सकती है। इसमें एंटी-इंफ्लामेट्री और एंटी-ऑक्सीडेंट्स तत्व होते हैं जो यूरिक एसिड लेवल पर कंट्रोल करने में मदद करते हैं। आप इससे बना काढ़ा और चाय तो पी ही सकते हैं, साथ ही अदरक के तेल से प्रभावित स्थान पर मसाज करने से भी फायदा होगा।
अश्वगंधा: आयुर्वेद में अश्वगंधा को एक बेहतरीन औषधि माना जाता है, यूरिक एसिड पर काबू पाने में भी ये मदद करता है। एक चम्मच अश्वगन्धा पाउडर को एक चम्मच शहद में मिला लें। इसे एक गिलास गुनगुने पानी या दूध के साथ लें।