दिल हमारी बॉडी का अहम अंग है जो दिन रात अपना काम करता है। इसका मुख्य काम पूरे शरीर में खून को पंप करना है ताकि हर अंग तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंच सकें। दिल का काम फेफड़ों से आए ऑक्सीजन युक्त खून को शरीर के हर हिस्से तक भेजता है। दिल की धड़कन और पंपिंग से शरीर में सही BP बना रहता है। अगर दिल में कुछ भी परेशानी हो जाए तो हमारी जिंदगी पर खतरा मंडराने लगता है। खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल हमारी हार्ट हेल्थ को बिगाड़ रहा है।

खराब डाइट LDL यानी खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की सबसे बड़ी वजहों में से एक है। ज्यादा तला-भुना, फास्ट फूड, ट्रांस फैट, बेकरी प्रोडक्ट्स और जरूरत से ज्यादा चीनी का सेवन शरीर में LDL को बढ़ाता है। एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर और प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट  डॉक्टर विमल छाजेड़ के मुताबिक जब खून में खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा हो जाती है, तो ये धीरे-धीरे दिल की नसों (कोरोनरी आर्टरी) की दीवारों पर जमा होने लगता है।

समय के साथ LDL, फैट और कैल्शियम मिलकर प्लाक (Plaque) बना लेते हैं। यह प्लाक नसों को संकरा और सख्त कर देता है, जिससे दिल तक पहुंचने वाले खून और ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है। इसी प्रक्रिया को एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) कहा जाता है। अगर प्लाक अचानक फट जाए, तो खून का थक्का (Clot) बन सकता है, जिससे नस पूरी तरह बंद हो सकती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

नसों में ब्लॉकेज होने के लिए कुछ कारण जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे

  • लंबे समय तक BP हाई रहना जिससे नसों की अंदरूनी परत को नुकसान होता है।
  • ज्यादा शुगर लेवल से ब्लड वेसल्स सख्त और संकरी हो जाती हैं।
  • सिगरेट नसों को संकुचित करती है और क्लॉट बनने का खतरा बढ़ाती है।
  • ज्यादा तला-भुना, मीठा और प्रोसेस्ड फूड ब्लॉकेज की बड़ी वजह है।
  • बैठने वाले लाइफस्टाइल से फैट और कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है जो दिल के लिए खतरा है।
  • लंबे समय तक स्ट्रेस हार्ट हेल्थ को नुकसान पहुंचाता है।
  • उम्र बढ़ने पर और फैमिली हिस्ट्री होने पर रिस्क ज्यादा होता है।

हार्ट में ब्लॉकेज होने से क्या खतरा होता है? (Risks of Heart Blockage)

  • सीने में दर्द
  • चलने या मेहनत करने पर सीने में जकड़न या जलन होना।
  • हार्ट अटैक (Heart Attack)
  • अचानक नस पूरी तरह बंद हो जाए तो दिल की मांसपेशी को नुकसान हो सकता है।
  • सांस फूलना और थकान
  • दिल ठीक से खून पंप नहीं कर पाता।
  • लंबे समय तक ब्लॉकेज रहने से दिल कमजोर हो जाता है। हार्ट फेल्योर और अचानक मौत का खतरा हो सकता है।
  • गंभीर ब्लॉकेज में कार्डियक अरेस्ट का जोखिम बढ़ जाता है।

नसों में ब्लॉकेज कंट्रोल करने के उपाय

LDL कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए इस पर ध्यान दें।  ब्लड प्रेशर 120/80 के आसपास रखें।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए और नसों की ब्लॉकेज को रोकने के लिए आप स्मोकिंग और शराब पूरी तरह बंद कर दें।
ज्यादा फल-सब्जियां खाएं। दूध से मलाई का सेवन नहीं करें।
तला-भुना और ज्यादा तेल का सेवन करना बंद करें
रोज वॉक जरूर करें। वॉक करने से तनाव कंट्रोल रहता है। योग और मेडिटेशन को दिनचर्या में शामिल करें।
वजन कंट्रोल करें।

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