बीते कुछ सालों में हार्ट अटैक और इससे मौत के मामलों में तेजी से बढ़त देखने को मिली है। बिना किसी पूर्व शिकायत वाले लोग भी हार्ट अटैक के शिकार हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर आए दिन डांस करते हुए, ट्रेडमिल पर एक्सरसाइज करते हुए या वॉक करते हुए लोगों की मौत के वीडियो वायरल हो रहे हैं। इतना ही नहीं, ECG, ECHO, और TMT टेस्ट रिपोर्ट नॉर्मल आने के बाद भी अचानक दिल का दौरा पड़ने के मामलों ने लोगों की चिंता को अधिक बढ़ा दिया है।
एक हेल्थ रिपोर्ट के मुतबाकि, हृदय रोग के चलते दुनिया भर में सालाना 1.79 करोड़ (लगभग 50,000 दैनिक) से अधिक लोगों की जान जाती है। इनमें 80-90 प्रतिशत मरीज दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल पहुंचते हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि आपके दिल की सेहत कितनी बेहतर है इस बात का पता कैसे लगाया जाए?
इसके लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स कुछ खास बातों को ध्यान में रखने की सलाह देते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, समय-समय पर कुछ आसान लेकिन जरूरी टेस्ट की मदद से आप हार्ट अटैक के खतरे को समय से पहले भांप सकते हैं। इस स्थिति में दिल का दौरा पड़ने के खतरे को कम करने की संभावना भी ज्यादा हो जाती है।
समय-समय पर कराएं ये टेस्ट
बल्ड प्रेशर
इसके लिए आप अपने घर पर ही स्फीगमोमनोमेटर (बीपी नापने की मशीन) रख सकते हैं। खासकर हार्ट पेशेंट के लिए ये जरूरी है। समय-समय पर अपना बल्ड प्रेशर चैक कर आप भविष्य में संभावित खतरे को कम कर सकते हैं। बता दें कि ब्लड प्रेशर की सामान्य सीमा आमतौर पर 120/80 mmHg से कम होनी चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल लेवल
अच्छी हार्ट हेल्थ के लिए आपका एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (खराब) 100 मिलीग्राम/डीएल से कम होना चाहिए। जबकि, एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (अच्छा) पुरुषों के लिए 40 मिलीग्राम/डीएल और महिलाओं के लिए 50 मिलीग्राम/डीएल से अधिक सामान्य माना जाता है। इससे अलग कुल कोलेस्ट्रॉल 200 mg/dL से कम होना चाहिए। समय-समय पर कोलेस्ट्रॉल लेवल चैक कर भी आप हार्ट अटैक आने के खतरे को टाल सकते हैं।
हार्ट रेट
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति का हार्ट रेट का 60 से 100 बीट प्रति मिनट के बीच रहना स्वस्थ माना जाता है। समय-समय पर अपना हार्ट रेट चैक करते रहें, साथ ही किसी भी तरह की गड़बड़ नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
ब्लड शुगर
अगर आपके फास्टिंग बल्ड शुगर का स्तर ज्यादातर 100 mg/dL से अधिक रहता है, तो ये भी खराब हार्ट हेल्थ की ओर इशारा हो सकता है। समय-समय पर अपना ब्लड शुगर लेवल चेक करते रहें और परेशानी अधिक नजर आने पर हृदय की जांच कराएं।
बीएमआई
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आपका BMI भी कुछ हद तक हृदय रोग के जोखिम से जुड़ा होता है। अगर बॉडी मास इंडेक्स 18.5 और 24.9 के बीच है तो एक्सपर्ट्स से सलाह लें।
शारीरिक गतिविधि
इन 5 टेस्ट से अलग आप शारीरिक गतिविधि के जरिए भी अपने दिल की स्थिति का पता लगा सकते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आपको एक हफ्ते में कम से कम 150 मिनट भी व्यायाम करने भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है या इतना करने के बाद आपका शरीर कुछ गिरा-गिरा महसूस होता है, तो समय-समय पर अपने हार्ट की जांच कराते रहें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।