हमारा दिल हमारी बॉडी का अहम हिस्सा है जिसके धड़कने से ही हम जिंदा है। दिल की धड़कन जिस दिन रुक जाती है उस दिन हमारी जिंदगी खत्म हो जाती है। पिछले दो सालों में जवान लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें 30-40 साल के युवाओं की मौत हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के कारण हुई है।
दिल से जुड़ी बीमारियां आमतौर पर उम्रदराज लोगों में होती थी, लेकिन पिछले दो सालों में कम उम्र में ही लोगों में दिल के रोगों के बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं। हार्ट से जुड़ी बीमारियों के बढ़ते मामलों को देखते हुए ये कहने में कोई गुरेज नहीं होगा कि जवानी में ही युवाओं का हार्ट बूढ़ा हो रहा है। जवानी में दिल के बूढ़ा होने के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं।
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल, फ़रीदाबाद में निदेशक, कार्डियोलॉजी, डॉ.संजय कुमार ने बताया कि दिल का दौरा तब पड़ता है जब दिल को ब्लड और ऑक्सीजन भेजने वाली धमनी अवरुद्ध हो जाती है। हार्ट अटैक आने पर बॉडी में उसके कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जैसे सीने में तेज दर्द या दबाव होना, सीने में जकड़न,सीने में तेज दर्द, बेचैनी होना, दर्द जो कंधे, हाथ, पीठ, गर्दन, जबड़े और दांत तक पहुंच सकता है। इन लक्षणों के अलावा भी बॉडी में कुछ लक्षण दिखते हैं जैसे सीने में जलन,अपच,चक्कर आना, जी मिचलाना और सांस लेने में कठिनाई होना शामिल हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक 40 साल से कम उम्र के लोगों में दिल का दौरा पड़ने के 5 प्रमुख कारण हैं जैसे स्मोकिंग, गतिहीन जीवन शैली है, खराब डाइट, बढ़ता तनाव और ज्यादा एक्सरसाइज करना। ज्यादा एक्सरसाइज करने से भी हार्ट में ब्लैकेज का खतरा बढ़ने लगता है और कम उम्र में ही आपका दिल बुजुर्ग दिल बन जाता है। खराब डाइट की वजह से बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है जो हार्ट अटैक का कारण बनता है।
कम उम्र में हार्ट को कैसे रखें हेल्दी
- दिल को हेल्दी रखना है तो बॉडी को एक्टिव रखें। हफ्ते में 5 दिनों तक रोजाना 40 मिनट की वॉक करना जरूरी है।
- ओवर एक्सरसाइज आपके हार्ट को नुकसान पहुंचा सकती है। 40 साल की उम्र के बाद ज्यादा एक्सरसाइज नहीं करें। ज्यादा एक्सरसाइज करने से नसों में माइनर ब्लॉकेज क्रेक होते हैं जिसकी वजह से हार्ट अटैक आता है। आप 40 साल के बाद नॉर्मल एक्सरसाइज कीजिए। हफ्ते में 150 मिनट से ज्यादा की एक्सरसाइज आपके दिल के लिए खतरा है।
- दिल के रोगों से बचाव करना है तो क्रॉनिक बीमारियों जैसे बीपी और शुगर को कंट्रोल करें। मोटापा को कम करें।
- दिल की अच्छी सेहत के लिए आप हेल्दी डाइट का सेवन करें। डाइट में ऑयली फूड्स का सेवन ज्यादा करने से परहेज करें।
- दिल को हेल्दी रखना चाहते हैं तो हेल्दी डाइट का सेवन करें। डाइट में ताजे फल और हरी सब्जियों को शामिल करें।