ब्लैक फिलॉस्फर, स्कॉलर और एक्टिविस्ट प्रोफेसर कॉर्नेल वेस्ट 2024 में होने वाली अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में है। प्रो. वेस्ट द्वारा 6 जून को किए घोषणा के मुताबिक, वह पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मैदान में है। यह डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के बाद तीसरी पार्टी है। इसे डेमोक्रेट नेता बर्नी सैंडर्स के पूर्व कैंपेन स्टाफ ने बनाया था।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में प्रो. वेस्ट ने कहा है, “मैं सत्य की खोज में निकल चुका हूं, मैं न्याय की खोज में निकल चुका हूं। प्रेसीडेंसी उस सत्य और न्याय को आगे बढ़ाने के लिए सिर्फ एक जरिया है।”

70 वर्षीय वेस्ट ने तीसरे दल के उम्मीदवार के रूप में खड़े होने के पीछे का कारण भी बताया, “कोई भी राजनीतिक दल वॉल स्ट्रीट के बारे में, यूक्रेन के बारे में, पेंटागन के बारे में, बिग टेक के बारे में सच बताना नहीं चाहता है।” प्रो. वेस्ट ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को “नियो नाजी” और वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन को “मिल्क्वटोस्ट नियोलिबरल (एक डरपोक आदमी)” बताया है।

वेस्ट की घोषणा उसी दिन हुई जब पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने 2024 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए आधिकारिक तौर पर अपना अभियान शुरू करने के लिए कागजी कार्रवाई पूरी की। पेंस के अलावा अन्य रिपब्लिकन जो पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की दौड़ में हैं, वे हैं: ट्रम्प, रॉन डीसांटिस, निक्की हेली, विवेक रामास्वामी, टिम स्कॉट, आसा हचिंसन, लैरी एल्डर और क्रिस क्रिस्टी।

दूसरी तरफ डेमोक्रेटिक पार्टी से जो बाइडेन ने खुद के चुनाव लड़ने की घोषणा की है। लेकिन उनकी पार्टी से रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर और मैरिएन विलियमसन भी रेस में शामिल हैं।

अमेरिका में तीसरे पक्ष या स्वतंत्र राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों का एक लंबा इतिहास रहा है। 2020 के चुनावों में, रैपर कान्ये वेस्ट राष्ट्रपति पद के लिए चुनावी मैदान में उतरे थे। उन्हें 70,000 वोट मिले थे।

कॉर्नेल वेस्ट कौन हैं?

कॉर्नेल वेस्ट का जन्म 2 जून, 1953 को हुआ था। वह कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में पले-बढ़े, जहां उन्होंने न केवल नियमित रूप से स्थानीय बैपटिस्ट चर्च की सेवाओं में भाग लिया, बल्कि ब्लैक पैंथर पार्टी की फिलॉस्फी से भी गहराई से प्रभावित हुए। सैक्रामेंटो में ब्लैक पैंथर का ऑफिस चर्च के पास ही था, जहां वेस्ट अक्सर जाया करते थे। पार्टी के सदस्यों ने उन्हें कार्ल मार्क्स के लेखन से परिचित कराया और राजनीतिक सक्रियता के महत्व को समझने में उनकी मदद की।

17 साल की उम्र में, वेस्ट ने स्कॉलरशिप पर हार्वर्ड विश्वविद्यालय में दाखिला लिया, जहां से उन्होंने मिडिल ईस्टर्न लैंग्वेज एंड लिटरेचर में स्नातक की डिग्री के साथ मैग्ना कम लॉड (Magna Cum Laude) की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने प्रिंसटन विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में एमए और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। बाद के वर्षों में कॉर्नेल वेस्ट ने कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में दर्शन, धर्म और अफ्रीकन-अमेरिकन स्टडीज पढ़ाया, जिनमें यूनियन थियोलॉजिकल सेमिनरी, येल यूनिवर्सिटी (येल डिविनिटी स्कूल सहित), पेरिस विश्वविद्यालय, प्रिंसटन यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी शामिल हैं।

लगभग 30 पुस्तकों को लिखने और संपादित करने के बाद, वेस्ट अपने एकेडमिक वर्क जैसे- रेस मैटर्स (1993) और डेमोक्रेसी मैटर्स (2004) के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने एक रेडियो कार्यक्रम को-होस्ट किया है। उन्हें कई डॉक्यूमेंट्री और हॉलीवुड फिल्मों में भी दिखाया गया है। वर्तमान में, प्रो. वेस्ट यूनियन थियोलॉजिकल सेमिनरी में दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर हैं और एक पॉडकास्ट शो ‘द टाइट रोप’ के को-होस्ट हैं।

कॉर्नेल वेस्ट की राजनीति क्या है?

साल 2000 में आयी आपनी किताब ‘द कॉर्नेल वेस्ट रीडर’ प्रो. वेस्ट ने खुद को एक नॉन मार्क्सिस्ट सोशलिस्ट बताया था, जिसका उद्देश्य अपने काम में ईसाई धर्म को समाजवाद से जोड़ना है। वेस्ट, वामपंथी विचारों के प्रबल समर्थक रहे हैं।

उन्होंने नव-उदारवादी नीतियों, अमेरिका के विदेशी हस्तक्षेपों और देश में कॉरपोरेट लॉबिंग की संस्कृति की बार-बार आलोचना की है। वेस्ट पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के मुखर आलोचक भी रहे हैं। साल 2017 में द गार्जियन में प्रकाशित अपने लेख में स्कॉलर वेस्ट ने ओबामा में साहस की कमी बताई थी। उन्होंने लिखा था की ओबामा में वॉल स्ट्रीट के अपराधियों का सामना करने के लिए साहस की कमी है, जिसके कारण उन्होंने ड्रोन हमलों का आदेश दिया। उनकी इस चूक ने अनायास ही मध्य पूर्व में इस्लामी फासीवादी विद्रोह को भड़का दिया।

ओबामा की आलोचना करते हुए वेस्ट कहते हैं, “डिपोर्टर-इन-चीफ के रूप में लगभग 2.5 मिलियन अप्रवासियों को उनकी निगरानी में निर्वासित किया गया था। ओबामा की नीतियां ट्रम्प की बर्बर योजनाओं की पूर्वपीठिका थी।”

पिछले कुछ वर्षों में वेस्ट तेजी से राजनीति में सक्रिय हुए हैं। 2015 में जब सैंडर्स ने 2016 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की, तो प्रोफेसर वेस्ट ने उनका समर्थन करते हुए कहा कि हिलेरी क्लिंटन (राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार) एक “नव-उदारवादी आपदा” हैं। वेस्ट ने एक बार फिर सैंडर्स का समर्थन किया जब वह 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में शामिल हुए।

अब जबकि प्रो. वेस्ट ने अगला राष्ट्रपति बनने की दौड़ में खुद को झोंक दिया है, उन्होंने चुनाव जीतने पर, भत्ता, किफायती आवास, गर्भपात अधिकार, सबको स्वास्थ्य का लाभ, जलवायु परिवर्तन और “अमेरिकी लोकतंत्र के विनाश” सहित कई मुद्दों से निपटने का वादा किया है।