कोरोनावायरस की संभावित तीसरी लहर के बीच उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने धार्मिक कांवड़ यात्रा को अनुमति दे दी है। इस पर चिंता जताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई की और कहा कि यूपी सरकार कांवड़ यात्रा की इजाजत देने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करे। कोर्ट ने इस मामले पर केंद्र सरकार से भी जवाब मांगा था। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय को जवाब दिया गया जिसमें कहा गया कि कोरोना की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकारों को कांवड़ यात्रा की अनुमति नहीं देनी चाहिए। केंद्र की बीजेपी सरकार और यूपी की बीजेपी सरकार के इसी अंतर्विरोध पर पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने तंज किया है।

सूर्य प्रताप सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, ‘कांवड़ यात्रा- सुप्रीम कोर्ट के समक्ष: योगी: मैं इसका समर्थन करता हूं। मोदी: मैं इसका विरोध करता हूं। समझ नहीं आ रहा- दोनों में कौन किससे बड़ा है? माजरा क्या है, मोदी जी फिर से फिरकी तो नहीं ले रहे?’

बता दें कि कुछ समय पहले केंद्र और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच तनाव की खबरें आईं थीं जिसके बाद यहां तक अटकलें लगाई गईं कि योगी आदित्यनाथ सीएम पद से हटाए जा सकते हैं और बीजेपी अगला विधानसभा चुनाव उनके नेतृत्व में नहीं लड़ेगी। हालांकि बीजेपी ने बाद में यह स्पष्ट किया कि पार्टी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही यूपी चुनाव लड़ेगी। इसी संदर्भ में सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि मोदी जी कहीं फिर से तो फिरकी नहीं ले रहे।

 

 

योगी आदित्यनाथ सरकार की तरफ से मंगलवार को कांवड़ यात्रा की इजाजत देते हुए कहा गया था, ‘पारंपरिक कांवड़ यात्रा कोविड प्रोटोकॉल के साथ होगी। योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद एक सरकारी बयान जारी कर बताया था कि कांवड़ यात्रा को आवश्यकतानुसार आरटी-पीसीआर की नेगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता के साथ इजाजत दी गई है।

 

राज्य सरकार के इस फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया था और राज्य सरकार को एक नोटिस जारी किया था। अब कोर्ट ने राज्य सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार के लिए कहा है। वहीं उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने कोविड की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर कांवर यात्रा स्थगित कर दी है।