अमिताभ बच्चन बॉलीवुड के ‘मेगास्टार’ और ‘सदी के महानायक’ कहलाते हैं। आज दुनिया भर में अमिताभ बच्चन जिस नाम से जाने जाते हैं उनका असली नाम तो कुछ और ही है। जी हां, अमिताभ बच्चन ने इस बारे में खुद बताया था। अमिताभ बच्चन एक बार अपने सरनेम का जिक्र करते हुए बोले थे कि उनका सरनेम ‘बच्चन’ किसी भी धर्म से संबंधित नहीं है। दरअसल, अमिताभ बच्चन का असल सरनेम ‘श्रीवास्तव’ है। लेकिन वह अपने नाम के साथ श्रीवास्तव नहीं जोड़ते। इसके पीछे का कारण बताते हुए अमिताभ बच्चन ने कहा था कि उनके पिता को ऐसी चीजें पसंद नहीं थीं, जो समाज को विभाजित करें।
केबीसीस 11 में अमिताभ बच्चन ने इस बारे में बताया था- ‘मेरे सरनेम का कोई मतलब नहीं है, वह किसी धर्म से संबंधित नहीं है। ये ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मेरे पिता इसके खिलाफ थे। हमारा सरनेम श्रीवास्तव था। लेकिन हमने कभी भी इस पर विश्वास नहीं रखा। मैं इस बात से बेहद खुश हूं कि अपने परिवार का मैं पहला ऐसा शख्स हूं जो इस चीज को आगे बनाए हुए हूं।’
अमिताभ ने आगे बताया था- ‘जब मुझे स्कूल में भर्ती कराने का समय आया था तब मेरे पिता से उनके सरनेम को लेकर सवाल किया गया था। इसी के बाद से उन्होंने तय किया कि अब वह अपने नाम के साथ ‘बच्चन’ लगाएंगे। जब भी जनगणना के लिए लोग हमारे यहां आते हैं तो वह ये सवाल करते हैं कि मेरा धर्म क्या है? तो मैं हमेशा यही कहता हूं कि मैं किसी धर्म-जाति का नहीं हूं, मैं एक भारतीय हूं।’
अमिताभ बच्चन ने खुद बताया था कि जब वह पैदा हुए थे तब गांधी जी उनके शहर में भी आंदोलन कर रहे थे। आस-पास कोई न कोई आंदोलन हो रहा होता था, तो लोग सड़कों पर आकर ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाया करते थे।
उस वक्त अमिताभ बच्चन पैदा होने वाले थे, ऐसे में एक दिन तेजी बच्चन ने अपने घर की खिड़की से झांका और देखा कि नीचे एक जुलूस निकल रहा है, सब इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं, ऐसे में वह भी नीचे उतर कर उस जुलूस में शामिल हो गईं। उस वक्त हरिवंशराय बच्चन के एक दोस्त ने उन्हें सलाह दी थी कि अगर लड़का पैदा हुआ तो उसका नाम इंकलाब रखना। ऐसे में अमिताभ के माता-पिता ने उनके जन्म के वक्त उनका नाम ‘इंकलाब’ रखा था।