फिल्ममेकर करण जौहर के चैट शो ‘कॉफी विद करण’ के आने वाले एपिसोड में फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ एक्टर्स करीना कपूर और आमिर खान गेस्ट बनकर आएंगे। इस एपिसोड प्रोमो सोशल मीडिया पर आ चुका है। ये एपिसोड गुरुवार यानी आज रात को 9 बजे डिज्नी हॉटस्टार पर स्ट्रीम होगा। इस एपिसोड में शो के होस्ट करण जौहर, आमिर खान से साउथ इंडियन फिल्म के मुकाबले हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन के बारे में बात करते नजर आएंगे।
साउथ इंडियन फिल्में और हिंदी फिल्में में क्या अंतर
प्रोमो में देखा गया कि करण ने आमिर से पूछा, दक्षिण की फिल्में जैसे ‘आरआरआर’, ‘पुष्पा’ और अन्य बॉक्स ऑफिस पर बड़ी कमाई कर रही हैं। लेकिन हिंदी फिल्में उतना बेहतर नहीं कर पा रही है। करण ने कहा, “साउथ इंडस्ट्री की कुछ फिल्मों जैसे ‘बाहुबली’, फिर ‘आरआरआर’, ‘केजीएफ’, और ‘पुष्पा’ को बड़ी सफलता मिली है। बॉलीवुड ने भी कुछ ऐसी बेहतर फिल्में बनाई, लेकिन वो बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाईं।
करण जौहर ने आगे कहा कि क्या हमारी फिल्मों में हाल ही में कोई बदलाव आया है, जैसे कि ‘केजीएफ’ में एक राग है या ‘पुष्पा’ में, वास्तव में हिंदी सिनेमा हुआ करता था। करण ने कहा कि साल 2001 में आप फिल्म ‘दिल चाहता है’ और ‘लगान’ लेकर आए। दोनों में नई संवेदनाएं थीं और दोनों ही काफी अलग थीं। फिर उसके बाद आप 2006 में ‘रंग दे बसंती’ फिल्म लेकर आए, उसके ठीक बाद आपने ‘तारे जमीं पर’ बनाई, जिसके परिणामस्वरूप आपने एक निश्चित दर्शक बनाना शुरू कर दिया।
ऐसी फिल्में बनाएं जो दर्शक के दिल तक पहुंचे
इसपर आमिर ने कहा कि नहीं आप यहां गलत हैं। वो सभी हार्टलैंड फिल्में थीं। उन फिल्मों में इमोशन थे जो आम आदमी तक पहुंचते हैं। ऐसी फिल्मों से आप खुद को जोड़ते हैं। ‘रंग दे बसंती’ एक बहुत इमोशनल फिल्म थी। जो लोगों के दिल तक पहुंचती है। आमिर ने आगे कहा, “मैं ये नहीं कह रहा हूं कि एक्शन फिल्में या क्रूड फिल्में बनाएं। अच्छी कहानियों के साथ अच्छी फिल्में बनाएं लेकिन ऐसे विषय चुनें जो ज्यादातर लोगों के लिए प्रासंगिक हों।
आमिर ने कहा कि हर फिल्म निर्माता को अपनी पसंद की फिल्म बनाने की आजादी है। लेकिन जब आप कुछ ऐसा चुन रहे हैं जिसमें भारत का बड़ा हिस्सा वास्तव में दिलचस्पी नहीं रखता है। ऐसे आला लोग हैं जो रुचि रखते हैं, जिन्हें हम में से अधिकांश को पता नहीं है। मुझे लगता है कि यही अंतर है।”
बच्चों को समय न देने का है पछतावा
आमिर ने कहा कि पिछले साल मैंने खुद को समझने की कोशिश की और पाया कि अपने रिश्तों को मैंने उस तरह प्यार नहीं दिया, जैसा अपने काम को देता हूं। मुझे महसूस हुआ कि मैंने इरा और जुनैद के साथ भी समय नहीं बिताया। अब पिछले कुछ महीनों में काफी बदल गया हूं और अपने परिवार, बच्चों, किरण और रीना के परिवार, अपनी मां, भाई-बहन सबके साथ समय बिताता हूं।
इसके अलावा आमिर ने अपनी फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ को लेकर भी चिंता जताई। सोशल मीडिया पर बायकॉट की मांग को लेकर एक्टर ने कहा कि मुझे डर है कि अगर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन न कर पाई तो। इसपर करण ने पूछा, क्या आप तनाव में हैं? आमिर ने कहा, “बेशक मैं तनाव में हूं।