बॉलीवुड की प्लेबैक सिंगर निकिता गांधी शनिवार को केरल के कोच्चि में CUSAT यूनिवर्सिटी में लाइव परफॉर्मेंस के लिए गई थीं, जहां खुशी के माहौल के बीच मातम पसर गया। इसकी वजह इवेंट में 4 स्टूडेट्स की जान चली गई और करीब 40 लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि इस कॉन्सर्ट को अटेंड करने के लिए भारी भीड़ इकट्ठा हुई थी और बाद में भगदड़ मच गई, जिसके बाद चार छात्रों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। खबरों की मानें तो कहा जा रहा है कि ये भगदड़ सिंगर के कॉन्सर्ट से पहले मची थी।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक घटना को लेकर कहा जा रहा है कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) एमआर अजित कुमार ने जानकारी दी है कि अचानक भारी बारिश होने पर दर्शक सीढ़ियों का इस्तेमाल करके सभागार में पहुंचे और यहां भगदड़ मच गई। उन्होंने कहा कि हॉल लोगों की खचाखच भीड़ से भरा हुआ था, लेकिन जब अचानक बारिश हुई तो छात्र सीढ़ियों से होते हुए भागने लगे, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ।
निकिता गांधी ने जताया दुख
पुलिस अधिकारी ने ये भी कहा कि शुरुआती जानकारी में उन्हें पता चला था कि तब तक सिंगर निकिता गांधी का कॉन्सर्ट शुरू नहीं हुआ था। इस घटना पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शोक व्यक्त किया है। साथ ही निकिता इससे बुरी तरह से टूट गई हैं। इस घटना ने उन्हें अंदर तक झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, ‘इस गहरे दुख को जाहिर करने के लिए मेरे पास शब्द काफी नहीं हैं। मेरी प्रार्थनाएं उन छात्रों के परिवारों के साथ हैं।’
कौन हैं निकिता गांधी?
बहरहाल, अगर इससे परे निकिता गांधी के बारे में बात की जाए तो वो सिनेमा जगत की नामी प्लेबैक सिंगर हैं। उन्होंने ना केवल हिंदी बल्कि तमिल, तेलुगु, बंगाली और कन्नड़ फिल्मों में काम किया है। 32 साल की उम्र में वो अच्छा खासा नाम कमा चुकी हैं। वो फिल्म ‘राब्ता’ का टाइटल ट्रैक भी गा चुकी हैं। यही ही नहीं, ‘जग्गा जासूस’ में ‘उल्लू का पट्ठा’ ‘लियो’, ‘वरिसू’, ‘कॉकपिट’ और ‘किशमिश’ के बंगाली और तमिल सॉन्ग भी गाए हैं। उन्होंने ‘जब हैरी मेट सेजल’, ‘केदारनाथ’, ‘लुका छुपी’ और ‘सूर्यवंशी’ के लिए भी गाने गाए हैं। हाल फिलहाल में निकिता ने सलमान खान की फिल्म ‘टाइगर 3’ का फेमस ट्रैक ‘लेके प्रभु का नाम’ गाया था। इसमें उनकी आवाज ने फैंस का दिल जीत लिया था।