बीजेपी प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद सियासी घमासान मच गया है। इस्लामिक मुल्कों के तीखे विरोध के बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया। सिनेमा से लेकर सियासत से जुड़ी हस्तियां इस मुद्दे पर राय दे रही हैं। फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने इस मामले में पीएम मोदी पर निशाना साधा है और कहा कि PM को आगे आकर इस जहर को फैलने से रोकना चाहिए।
एनडीटीवी से बातचीत में नसीरुद्दीन शाह नूपुर शर्मा के बयान पर मचे घमासान का जिक्र करते हुए कहा कि वो (नूपूर शर्मा) को ‘फ्रिंज एलीमेंट’ नहीं थीं, वो एक पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता थीं। शाह ने कहा कि, ‘मैं चाहता हूं कि पीएम ट्विटर पर नफरत फैलाने वाले उन तमाम लोगों पर लगाम लगाएं, जिन्हें वो खुद फॉलो करते हैं। उन्हें गंभीरता से कुछ करना होगा…।’
अशोक पंडित ने किया पलटवार: उधर, फिल्ममेकर अशोक पंडित ने नसीरुद्दीन शाह के इस बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें कटघरे में खड़ा किया है। अशोक पंडित ने ट्वीट किया, ‘जब इस्लामिक कट्टरपंथियों का पूरा गिरोह हिंदू देवी-देवताओं का मजाक बना रहा था तो नसीरुद्दीन शाह चुप क्यों थे? क्या तब भी उन्होंने पीएम से ऐसी अपील की थी जब एमएफ हुसैन ने हिंदू देवताओं को गाली दी थी, मजाक बनाया था? इसे दोगलापन कहते हैं।’
बहस में यूजर्स भी कूदे: अशोक पंडित के इस ट्वीट पर तमाम यूजर्स भी प्रतिक्रिया देने लगे। रिया शर्मा नाम की यूजर ने लिखा, ‘ऐसे दोहरे चरित्र वाले लोगों को भाव ही क्यों देना। अब इनके पास कोई काम तो बचा नहीं है, लाइमलाइट में रहने के लिए कुछ तो करेंगे।’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘वो तो साफ-साफ इनकार कर रहे हैं कि किसी मुसलमान ने हिंदू देवी-देवताओं पर कभी कोई टिप्पणी की ही नहीं…क्या रणनीति है।’ रवि शुक्ला ने लिखा, ‘ऐसे लोग हमारे लिए मायने नहीं रखते, लेकिन इस तरह के बयानों से असली चेहरा सामने आ जाता है।’
क्या है पूरा विवाद? दरअसल, बीजेपी नेता रहीं नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट में कथित तौर पर पैगबंर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। बाद में मामले ने तूल पकड़ा तो एक दर्जन से ज्यादा इस्लामिक देशों ने बयान जारी कर दिया। कई जगह भारतीय सामान पर बैन लगा दिया गया। किरकिरी के बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी से निकाल दिया। उधर, महाराष्ट्र समेत कई जगहों पर नूपुर के खिलाफ मामला भी दर्ज हो गया है।