बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन को भी अपने करियर के शुरुआती दिनों में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था। अमिताभ जब इंडस्ट्री में नए-नए आए थे तब उन्हें डांस बिल्कुल भी नहीं आता था। इसी वजह से फिल्म ‘बॉम्बे टू गोवा’ में अरुणा ईरानी के साथ डांस करते समय उन्हें शर्मिंदा भी होना पड़ा था। साल 1972 में आई इस फिल्म में डांस का उनका पहला मौका था और वो उस समय अरुणा के साथ डांस करने को लिए तैयार नहीं थे।

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अमिताभ ने साल 2018 में ‘बॉम्बे टू गोवा’ के बारे में एक लंबी पोस्ट लिखी थी, जिसमें उन्होंने महमूद को धन्यवाद दिया था और कहा था कि उन्होंने अपनी फिल्म में काम करने के लिए उनपर भरोसा किया।

उन्होंने इस पोस्ट में बताया था कि फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’ में वो महमूद के भाई अनवर अली के अच्छे दोस्त बन गए थे। इसके बाद अमिताभ एक बार अनवर के साथ महमूद से मिलने उनके घर गए थे। उस दौरान महमूद, अमिताभ से काफी प्रभावित हुए थे और उन्होंने उनका एक स्क्रीन टेस्ट मांगा। जिसके बाद महमूद ने उन्हें ‘बॉम्बे टू गोवा’ के लिए साइन किया। इस फिल्म में अमिताभ ने अरुणा ईरानी के ऑनस्क्रीन लवर रवि की भूमिका निभाई थी और अनवर बस ड्राइवर के किरदार में थे।

उन्होंने आगे बताया था कि महमूद ने हमेशा मुझ पर विश्वास किया। मैं फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’ में उनके छोटे भाई अनवर के साथ काम करते हुए अच्छा दोस्त बन गया था और हमारी नजदीकियां आज भी उसी तरह कायम हैं। मैं उनके साथ बहुत समय तक रहा हूं और वो मेरे साथ।

इस पोस्ट में अमिताभ ने खुलासा किया था कि वो कोरियोग्राफर पीएल राज के साथ अपने डांस स्टेप्स की प्रैक्टिस किया करते थे। कई बार तो राज उनकी डंडे से पीटाई कर दिया करते थे। उन्होंने लिखा था ‘शाम के समय घंटों तक फर्श पर डांस मास्टर और कोरियोग्राफर पीएल राज, उनके बेटे प्रसिद्ध संगीतकार लेस्ली लुईस हाथ में हाथ डाले मुझे डांस सिखाने की कोशिश करते रहते थे। उस दौरान मेरे घुटने फट जाते थे और खून भी बहता था’।

बता दें, फिल्म ‘बॉम्बे टू गोवा’ में अरुणा ईरानी ने माला का किरदार निभाया था, जो फिल्म में अभिनेत्री बनने के लिए घर से भाग जाती है। वो इस बात से अनजान रहती है कि दो पुरुष जो उसकी मदद कर रहे हैं – शर्मा और वर्मा, वो असल में उसे मारने और उसके सारे पैसे लेकर भागने का प्लान बना रहे हैं। वो बस में सफर करते समय रवि से मिलती है। बस में क्या होता है, और भारत के कोने-कोने से यात्री कैसे एक बंधन में बंधते हैं। फिल्म में यही एक जबरदस्त एंटरटेनर है।

वहीं अपने लोकप्रिय गीत ‘देखा ना हाय रे’ को याद करते हुए अमिताभ ने शेयर किया था कि ‘इसे बैक प्रोजेक्शन के साथ शूट किया गया था, क्योंकि चलती बस में फिल्म बनाना एक चुनौती थी और इसलिए टीम ने एक स्टूडियो चुना’। उन्होंने ये भी बताया कि ‘एक नए कलाकार होने की वजह से उन्हें कलाकारों से बहुत प्रोत्साहन मिला, जिसमें शत्रुघ्न सिन्हा, केशतो मुखर्जी, नज़ीर हुसैन, मनमोहन, मुकरी, ललिता पवार और अन्य शामिल थे’।

अमिताभ बच्चन ने आगे लिखा था ‘पूरी कास्ट कैमरे के फ्रेम के साथ खड़ी थी और मेरा हौसला बढ़ाया। क्या नज़ारा था और क्या पल… ऐसी दोस्ती और ताकत। महमूद भाई ने मुझे डांस करने के लिए प्रेरित किया। हर टेक के बाद मेरे स्पॉट बॉय से मुझे जूस पिलाने के लिए कहा जाता’।

गौरतलब है ‘बॉम्बे टू गोवा’ को एस. रामनाथन और महमूद द्वारा सह-निर्देशित किया गया था और इसका संगीत आरडी बर्मन ने दिया था।