संजय दत्त की ज़िंदगी पर बनी फ़िल्म ‘संजू’ इस महीने के अंत में सिनेमाघरों में दस्तक देगी। माना जा रहा है कि ये रणबीर कपूर के करियर का सबसे बेहतरीन रोल होगा। फिल्म में संजय दत्त के उस दौर को भी दिखाया गया है जब वे बुरी तरह ड्रग्स की चपेट में थे। संजय दत्त लगभग 9 सालों तक अपनी ड्रग्स की लत से जूझते रहे थे, जब संजय को लगने लगा कि वे ऐसा ज़िंदा नहीं रह पाएंगे तो उन्होंने अपने पिता से मदद मांगी थी। अमेरिका जाकर उन्होंने अपना इलाज कराया और एक बार को तो वो अमेरिका में ही सेटल होने की सोच रहे थे क्योंकि वहां उन्हें एक शख़्स ने अपना बिज़नेस पार्टनर बनाने का ऑफर दिया था लेकिन सुनील दत्त ने संजय से गुजारिश की थी कि वो एक बार और फिल्मों में ट्राई कर देख ले और एक साल में भी कुछ न हो पाए तो वो अपने हिसाब से जिंदगी जी सकता है। संजय ने सुनील की बात मान ली और वे मुंबई आ गए। संजय ने उस लम्हें के बारे में भी बात की जब वे बेहद ज़्यादा ड्रग्स करने लगे थे।
उन्होंने कहा कि ‘मैंने हेरोईन का डोज़ लिया और मैं सोने चला गया. मैं जब उठा तो मुझे काफी भूख लग रही थी। मैंने देखा कि बाहर सुबह हो रही है। मैंने अपने नौकर को कहा कि मेरे लिए कुछ खाने को ले आए। वो मुझे देखकर रोने लगा और बोला – आप दो दिन बाद उठे हैं। मैंने देखा कि घर पर सब परेशान हैं। मैंने अपनी शक्ल शीशे में देखी और मुझे लगा कि मैं मरने वाला हूं। उस समय मैं अपने पिता के पास गया और उन्हें बोला कि मुझे हेल्प की ज़रूरत है।’

संजय को ब्रीच कैंडी अस्पताल में तीन सप्ताह के लिए एडमिट कराया गया था और उसके बाद उन्हें अमेरिका के एक रिहैब में भेज दिया गया था। अमेरिका से वापस आने पर संजू ने अपनी ड्रग की लत से छुटकारा पा लिया था। संजय दत्त दरअसल अपनी कुछ शुरूआती फिल्मों में सेट पर नशे की हालत में ही आते थे। इसके बाद उन्हें काम मिलना भी कम होने लगा था, कई लोग उन्हें चरसी भी बुलाते थे और उस दौर में संजय ने कुछ ऐसे नशे भी किए थे जिनके बारे में भारत में कम ही लोगों को जानकारी है।
