मशहूर फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा (Ram Gopal Varma) आज 7 अप्रैल को अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं। आरजीवी ने ‘सत्या’, ‘रंगीला’, ‘सरकार’ और ‘कंपनी’ जैसी कई सुपरहिट फिल्में बनाई हैं। राम गोपाल वर्मा फिल्म इंडस्ट्री के बेहतरीन निर्माता-निर्देशक हैं। वह हिंदी, तेलुगु के साथ-साथ अन्य भाषाओं में भी फिल्म बनाते रहे हैं। 7 अप्रैल 1962 को हैदराबाद में राम गोपाल वर्मा का जन्म हुआ था।

रामगोपाल ने सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है लेकिन उन्हें शुरू से किताबों से ज्यादा इंसानों को पढ़ना अच्छा लगता था। राम गोपाल ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत तेलुगू फिल्म ‘शिवा’ से की। इसके बाद उन्होंने पहली हिंदी फिल्म ‘रंगीला’ बनाई थी जो जबरदस्त हिट साबित हुई थी। इस फिल्म के लिए आमिर खान और उर्मिला मातोंडकर की फिल्मफेयर में नॉमिशन मिला था।

लेकिन रामू को असली पहचान साल 1998 में आई फिल्म ‘सत्या’ से मिली थी। इस फिल्म में मनोज बाजपेयी और सौरभ शुक्ला जैसे एक्टर्स की एक्टिंग दर्शकों बहुत पसंद आई थी। राम गोपाल वर्मा अपनी फिल्मों के अलावा अपनी पर्सनल लाइफ और बयानों को लेकर भी काफी चर्चा में रहते हैं। रामू खुद को श्रीदेवी का बहुत बड़ा फैन मानते हैं। आज फिल्ममेकर के जन्मदिन के मौके पर हम आपको एक श्रीदेवी से जुड़ा एक किस्सा बताने जा रहे हैं।

श्रीदेवी के घर के बाहर कई दिनों तक खड़े रहे थे फिल्ममेकर

दरअसल रामगोपाल वर्मा श्रीदेवी के जबरदस्त फैन हैं। राम गोपाल वर्मा ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि श्रीदेवी को लेकर उनकी दीवानगी शुरू हुई थी तेलुगू फिल्म Padaharella vayasu देखने के बाद। सिनेमाहाल से निकलने के बाद रामू को लगा था कि श्रीदेवी सच में नहीं हो सकती हैं। इसके लिए राम गोपाल ने श्रीदेवी की कई फिल्मे देख डालीं थीं। राम गोपाल वर्मा को लगता था कि श्रीदेवी इस दुनिया से नहीं बल्कि किसी और दुनिया से आई हैं। इसके बाद जब राम गोपाल वर्मा ने अपनी पहली फिल्म ‘शिवा’ बनाई तो चेन्नई में नागार्जुन के ऑफिस से निकलकर वह अक्सर श्रीदेवी के घर के पास खड़े हो जाते थे। राम गोपाल वर्मा ने इंटरव्यू में कहा था कि, ‘मुझे लगता था कि श्रीदेवी जैसी देवी इंसानों के बनाए इस घर में कैसे रहती हैं। मैं घर के बाहर खड़ा रहता कि किसी दिन तो उनकी एक झलक मिल जाए, लेकिन बदकिस्मती से मैं उन्हें एक भी दिन नहीं देख सका।’

ऐसे हुई थी मुलाकात

राम गोपाल वर्मा ने आगे बताया था कि जब ‘शिवा’ रिलीज हुई तो प्रोड्यूसर ने पूछा कि श्रीदेवी के साथ फिल्म बनाओगे? इस पर मैंने कहा कि मैं तो उन्हें देखकर ही मर जाऊंगा। और फिर मैं जिस घर के बाहर उनकी एक झलक पाने के लिए इंतजार करता था उसी घर में उनसे मिलने पहुंचा। काफी इंतजार करने के बाद श्रीदेवी जी से मुलाकात हुई। उनसे बात करते हुए ही खुद को मैं सातवें आसमान पर महसूस कर चुका था।’