राजकुमार हिरानी लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर सुर्खियों में है। उनकी आने वाली फिल्म संजू को लेकर दर्शकों में काफी उत्साह है। अपनी पहली ही फिल्म से दर्शकों के दिलों में जगह बनाने वाले राजू ने इस फिल्म के लिए संजय दत्त को ही चुना था। मुन्नाभाई एमबीबीएस से पहले तक संजय दत्त की फिल्में ज़्यादा खास नहीं चल रही थी लेकिन मुन्नाभाई और लगे रहो मुन्नाभाई में दर्शकों को गांधीगिरी दिखाकर राजू ने संजय के दम तोड़ते करियर में एक नई जान फूंक दी थी। संजय दत्त की इन फिल्मों ने उनका इमेज मेकओवर में भी एक भूमिका निभाई थी। अपनी पहली दो फिल्मों में संजय दत्त को बतौर एक्टर लेने वाले राजू को शायद खुद भी मालूम नहीं होगा कि उनकी चौथी फिल्म इसी संजू के जीवन पर आधारित होगी। जहां संजय का जीवन कई त्रासदियों से भरा है वहीं राजू हिरानी के जीवन में भी एक ऐसा मौका आया था जब वे अपने पिता के सामने शर्मिंदा हो गए थे।
राजू ने बताया कि जब मैं फिल्म इंस्टीट्यूट के फाइनल इयर में था उस समय मैंने पहली बार सिगरेट पीना शुरू किया था। मेरे दोस्त बोलते थे कि हमसे कश लगा लो लेकिन सिगरेट खरीदो मत, अगर तुम सिगरेट खरीदने लगे तो तुम्हें इसकी लत लग जाएगी। तो मैंने अपने दोस्तों की बात मान ली। अब उस दौरान ऐसा भी हुआ कि मुझे घर जाना पड़ा तो मुझे सिगरेट की तलब लगी और मैंने एक पैकेट खरीद लिया। घर पर जब मैं पहुंचा तो मैंने अपनी ये सिगरेट छिपा दी।
अगले दिन मेरे पिता मेरे पास एक बड़ा कार्टन लेकर पहुंचे और मुझसे बोले कि ‘लो ये अच्छा ब्रांड है, ये सिगरेट पी लो। मैं ये देखकर हैरान रह गया। मैंने उन्हें कहा कि मैं सिगरेट नहीं पीता तो मेरे पिता ने कहा कि मैं ये नहीं कह रहा हूं कि तुम स्मोकिंग करते हो या नहीं, मैं बस कह रहा हूं कि तुम ये सिगरेट पियो, ये अच्छी है। तुम कुछ टाइम के लिए यहां आते हो, उसमें भी तुम्हें छिपते-छिपाते यहां वहां सिगरेट पीना पड़ेगा। बेहतर होगा कि तुम इनमें से अच्छी क्वालिटी की कोई सिगरेट उठा लो।’ दरअसल राजू की मां ने उनका सिगरेट का पैकेट देख लिया था और राजू को इस घटना पर बेहद शर्मिंदगी महसूस हुई थी।