राजेंद्र कुमार ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ढेरों फिल्मों में काम कर एक अलग मुकाम हासिल किया। राजेंद्र कुमार को बॉलीवुड में ‘जुब्ली कुमार’ के नाम से भी जाना जाता है। 1950 में फिल्म ‘जोगन’ से राजेंद्र कुमार ने अपने करियर की शुरुआत की थी। अपने करियर के पीक पर राजेंद्र कुमार ने गूंज उठी शहनाई, मदर इंडिया जैसी कई बेहरतरीन फिल्में कीं।

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इसके बाद जब उनके करियर का ढलान आया तो राजेंद्र खन्ना अब अपने लिए अपनी उम्र के रोल तलाश कर रहे थे। लेकिन वह खास तरह के किरदार ही निभाना चाहते थे। फिल्म क निर्देशन चंदा बारोट ने किया था। अब राजेंद्र कुमार को इस बीच खबर का पता चला कि निर्देशक चंदा बारोट एक फिल्म बना रहे हैं। मेकर्स को इस फिल्म के लिए फाइनेंसर की तलाश थी।

ऐसे में राजेंद्र कुमार फाइनेंसर बन कर एक दिन चंद्रा बारोट और सलीम खान के पास जा पहुंचे। इस बात से सलीम खान और चंद्रा बारोट दोनों खुश हुए। बात पक्की हुई कि तभी राजेंद्र कुमार ने दोनों के आगे एक शर्त रख दी। जब सलीम और चंद्रो को राजेंद्र कुमार ने शर्त बताई कि वह चाहते हैं कि फिल्म डॉन में वह इंस्पेक्टर का किरदार निभाएं।

ऐसे में सलीम खान और चंद्रा ने इस बात के लिए हामी भर दी। लेकिन कुछ ही देर बात राजेंद्र कुमार सलीम खान की लिखी गई फिल्म की स्क्रिप्ट के साथ छेड़खानी करने लगे। राजेंद्र इंस्पेक्टर के रोल को और बढ़ावाने की डिमांड करने लगे। इतना ही नहीं राजेंद्र कुमार सलीम को अलग अलग सलाह देने लगे। जिसे देख कर सलीम खान ने अपना मन बदल लिया।

तीनों की मीटिंग खत्म हुई और सलीम-चंद्रा बाहर आए। ऐसे में सलीम खान ने कहा ये ठीक नहीं रहेगा। ऐसे में सलीम खान औऱ चंद्रा ने कोई और फाइनेंस ढूंढने की कोशिश की। वहीं पुलिसमैन का वो रोल राजेंद्र कुमार के हाथ से निकल गया। ऐसे में राजेंद्र अमिताभ बच्चन की ‘डॉन’ का हिस्सा बनते बनते रह गए।

राजेंद्र कुमार का निधन 71 साल की उम्र में साल 1999 को हुआ था। बेटे के जन्मदिन के अगले दिन ही एक्टर की मौत हो गई थी। जबकि 8 दिन बाद राजेंद्र कुमार का 72वां जन्मदिन था। रिपोर्ट्स के मुताबिक राजेंद्र कुमार की सोते हुए ही मौत हो गई थी। खबरों के मुताबिक, उन्हें नींद में ही दिल का दौरा पड़ा था, जिस वजह से उनकी मौत हुई।