राजकुमार का अंदाज़ और उनके अक्खड़पन के किस्से आज भी बड़े मशहूर हैं। उनके डायलॉग डिलीवरी का अंदाज़ दर्शकों को बहुत पसंद आता था और जब भी वो ‘जानी’ कहकर अपने डायलॉग की शुरुआत करते, सिनेमाघर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठते थे। राजकुमार की ये आदत थी कि वो किसी को भी बेबाकी से कुछ भी कह देते थे। उनके इस अंदाज से हर कोई वाकिफ भी था। एक बार राजकुमार ने गहनों से लदे  बप्पी लाहिड़ी को कह दिया था कि उनका मंगलसूत्र कहां हैं। इसी तरह राजकुमार ने पुराने दौर की सुपरहिट अभिनेत्री जीनत अमान को कह दिया था कि वो खूबसूरत है, फिल्मों में ट्राई करें।

जीनत अमान उन दिनों अपने सफलता के चरम पर थीं। उनके किसी फिल्म का प्रीमियर चल रहा था। राजकुमार प्रीमियर में जीनत अमान के आगे बैठे थे और जब वो जीनत अमान से मिले तो उन्हें देखकर बोले कि वो फिल्मों में क्यों नहीं ट्राई करतीं। बॉलीवुड आज और कल नामक एक मीडिया प्लेटफॉर्म से बातचीत में अभिनेता गूफी पेंटल ने इस घटना पर बात की थी।

उन्होंने बताया था, ‘मेरे सामने की बात है, जीनत अमान की फिल्म का प्रीमियर चल रहा था। वो पीछे बैठी थीं और ये आगे बैठे थे। उन्हीं के फिल्म का प्रीमियर चल रहा है, वो उठकर उन्हें नमस्ते करती हैं और वो उन्हें बोलते हैं कि जानी तुम बहुत खूबसूरत हो, अच्छी लग रही हो, हीरोइन क्यों नहीं ट्राई करती।’

 

गूफी पेंटल ने बताया कि ये बेबाकीपन राजकुमार के व्यक्तित्व का एक हिस्सा था। राजकुमार को सेट पर अनुशासन भी काफी पसंद था। अभिनेता डैनी डेन्जोंगपा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि राजकुमार जब फिल्म इंडस्ट्री में आए तो यहां की अनुशासनहीनता से चिढ़े रहते थे। उन्हें कभी- कभी लगता था कि वो गलत जगह आ गए हैं।

 

राजकुमार पहले मुंबई में सब इंस्पेक्टर हुआ करते थे। किसी मर्डर केस में जब उनका नाम सामने आया तब उन्होंने पुलिस की नौकरी छोड़ दी और फिल्मों का रुख किया। रौबीली आवाज और शानदार व्यक्तित्व के कारण उन्हें फिल्में भी मिलने लगी। राजकुमार ने फिल्म रंगीली से अपने करियर की शुरुआत की थी। उनकी कुछ सफल फिल्में हैं- सौदागर, तिरंगा, पाकीजा, मदर इंडिया, नील कमल, दिल अपना और प्रीत पराई आदि।