बाहर से आया हर कलाकार नेपोटिज्म का शिकार होता है। कई एक्टर्स इस बात का जिक्र कर चुके हैं। इस बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा का भी एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें वह बॉलीवुड में फैले नेपोटिज्म पर खुलकर बोल रही हैं। इस वीडियो में प्रियंका चोपड़ा नेपोटिज्म को लेकर पूछे गए सवाल में कहती हैं कि हां, यहां पर नेपोटिज्म और ग्रुपिज्म है। नेपोटिज्म और बॉलीवुड दोनों साथ-साथ चलता है।  कितनी बार फ्रस्टेशन हुआ। और कई बार मेरी फिल्में छीन ली गई। जिसे लेकर वह काफी रोई भी थीं।

प्रियंका चोपड़ा ने कहती हैं कि मुझे नहीं लगता कि एक फिल्मी परिवार में अगर आपका जन्म हुआ है तो यह कोई गलत बात है। लेकिन हर आउटसाइडर्स के लिए यहां एंट्री मुश्किल है। ठीक इसी तरह स्टार किड्स के लिए फैमिली के नाम को बनाए रखने का प्रेशर अलग होता है। प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि उन्होंने भी बहुत बार नेपोटिज्म झेला है। उससे गुजरी हैं।

प्रियंका चोपड़ा इस दौरान कहती हैं कि उन्हें कई बार फिल्मों से निकाला गया क्योंकि उनसे किसी और के नाम की सिफारिश की गई। इस कारण वह काफी रोई भी। लेकिन वह इस नेपोटिज्म से बाहर निकलीं।

प्रियंका चोपड़ा आगे इस बात को भी स्वीकारती हैं कि उन्हें असफल होने का डर नहीं था। लेकिन जब उनके साथ ऐसा होता तो उन्हें काफी गुस्सा आता। उन्होंने कहा यहां सिलेब्रिटीज़ की लाइफ मैराथन रेस की तरह है, जिनपर कई जिम्मेदारियां हैं। वे कहती हैं कि सेट पर जब एक सिलेब्रिटी की तबीयत खराब होती है तो सेट पर काम करने वाले 300 लोगों को उस दिन के पैसे नहीं मिलते।प्रियंका कहती हैं कि शुरू में उनकी इंडस्ट्री में किसी से दोस्ती नहीं थी ना ही किसी को जानती थी। वह किसी पार्टी में भी नहीं जाती। लेकिन बाद में इन चीजों को समझा और इसका धीरे-धीरे हिस्सा बनीं। चीजों को पाने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की, खुद को ट्रेन किया। उन्होंने कहा वह जानती थी कि दुनिया में कुछ भी फ्री में नहीं मिलता है।