बॉलीवुड अभिनेत्री नीना गुप्ता इन दिनों अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘सच कहूं तो’ को लेकर सुर्खियों में हैं। 14 जून को प्रकाशित हुई अपनी आत्मकथा में नीना ने कई खुलासे किए हैं। नीना गुप्ता ने अपने सिंगल मदर होने की मुश्किलों का भी जिक्र किया है। नीना गुप्ता की बेटी मसाबा के पिता मशहूर क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स हैं। विविवन के साथ नीना गुप्ता एक समय लिव इन रिलेशनशिप में थीं। हालांकि बेटी के जन्म से पहले ही विवियन नीना से अलग हो गए थे। ऐसे में नीना गुप्ता ने अकेले ही सब कुछ संभाला था लेकिन इसके लिए कभी किसी को दोष नहीं दिया।
नीना गुप्ता कहती हैं कि शादी से बेहतर है लोग लिव इन रिलेशनशिप में रह लें क्योंकि धूमधाम से शादी के बाद आखिर लोग तलाक ही लेते हैं। यह बात नीना गुप्ता ने पिछले साल दिए एक इंटरव्यू में कही थी। नीना गुप्ता ने पिंकविला को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि यह अब बड़े शहरों में चीजें बदल रही हैं।
उन्होंने बताया था, ‘इतना पैसा खर्च करो शादी में, इतनी मेहनत करो, इतना तामझाम करो उसके बाद आप तलाक ले लो.. अरे यार तो लिव इन कर लो। मुझे लगता है कि पिछले 3-4 सालों में मैंने अपना नजरिया बदल किया है। मेरे आस पास जो हो रहा है उसे देखकर मैं ये कह रही हैं। खासकर बड़े शहरों में चीजें बदल रही हैं।’
उन्होंने आगे बताया, ‘बाकी तो 99 प्रतिशत भारत में वही चलता आ रहा है कि सास के पैर छुओ, घूंघट करो।’ नीना गुप्ता ने सिंगल मदर बनने के बाद अपनी इमेज को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि लोगों ने, मीडिया ने उन्हें स्ट्रॉन्ग वुमन का टैग दे दिया जिसका असर उनके काम पर हुआ, उन्हें नुकसान हुआ।
उन्होंने बताया, ‘मैंने बहुत सा काम खो दिया इस नेगेटिव इमेज ‘ब्रेव’ के कारण। मुझे नेगेटिव रोल ही मिलते थे क्योंकि स्ट्रॉन्ग वुमन का मतलब नेगेटिव वुमन निकाला जाता है।’
नीना गुप्ता ने अपनी आत्मकथा में इस बात का जिक्र किया है कि जब मसाबा होने वाली थीं तब उनके पास सी सेक्शन कराने के लिए 10 हजार रुपए नहीं थे। उनके अकाउंट में बस 2 हजार रुपए थे। लेकिन फिर टैक्स अदायगी से जुड़े 9 हजार रुपए उनके अकाउंट में आए थे तब जाकर उनका सी सेक्शन हुआ था।