Meena Kumari: अपनी अदाओं से हिंदी सिनेमा पर छाप छोड़ने वाली मीना कुमारी को आज भी याद किया जाता है। उन्होंने फिल्मों में अपनी एक्टिंग से अलग पहचान बनाई। उन्होंने काफी कम उम्र में फिल्मों में डेब्यू कर लिया था, उनकी पहली फिल्म ‘बच्चों का खेल’ था। वह बचपन से ही डांस की शौकीन थी। मीना कुमारी अपने समय की मशहूर एक्ट्रेस थीं। उन्होंने नाम के साथ-साथ खूब पैसा कमाया, लेकिन एक वक्त ऐसा था जब वह आर्थिक तंगी से गुजर रही थीं। उनका इतना बुरा वक्त आ गया था कि उन्हें अपना आलीशान बंगला मुमताज के नाम करना पड़ा।
ये था कारण
मीना कुमारी के जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव आए। जिसके कारण उन्हें ट्रेजेडी क्वीन भी कहा जाता है। एक वक्त था जब मुमताज ने मीना कुमारी के लिए फिल्म ‘गोमती के किनारे’ में काम किया था। लेकिन उनकी फीस देने के लिए मीना कुमारी के पास पैसे नहीं थे। उनके ऊपर मुमताज के 3 लाख रुपये बकाया थे। वक्त बीतता गया और मीना कुमारी की सेहत भी खराब होने लगी। उन्हें कैंसर हो गया, फिर उन्होंने एक दिन मुमताज को अपने पास बुलाया और बड़ा फैसला लिया।
उन्होंने मुमताज से कहा कि उनके जीवन का भरोसा नहीं। जो उनके तीन लाख रुपये बकाया है, उसके बदले में वह मुमताज को अपना कार्टर रोड़ स्थित बंगला दे रही हैं। उन्होंने कर्ज उतारने के लिए अपना आलीशान बंगला मुमताज के नाम कर दिया।
गौरतलब है कि आज भी मीना कुमारी का वह बंगला वैसा का वैसा है। हालांकि मुमताज वहां नहीं रहतीं, बल्कि उनके भाई शाहरुख अक्सरी उस बंगले में रहते हैं। इस बात की जानकारी खुद शाहरुख अक्सरी ने एक इंटरव्यू में दी थी। उन्होंने बताया था कि जब कैंसर से पीड़ित मीना कुमारी की हालत खराब होने लगी और उन्हें खून की उल्टियां होने लगी। उन्होंने मुमताज का कर्ज चुकाने के लिए अपना बंगला उनके नाम कर दिया था।
बता दें कि मीना कुमारी ने पैसा तो खूब कमाया लेकिन उनका हिसाब नहीं रखा। वह ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी तो वह अपने कमाये हुए पैसों का हिसाब नहीं रख सकीं और उन्हें बुरे वक्त से गुजरना पड़ा।