लेजेंड मीना कुमारी स्क्रीन पर जितनी दिलकश अदाएं बिखेरती थीं, उतनी ही खूबसूरत वह असल जिंदगी में दिखती थीं। एक्ट्रेस का मशहूर गाना ‘चलते चलते’ आज भी लोगों की जुबान पर रहता है। मीना कुमारी की पर्सनल जिंदगी की अगर बात करें तो उनकी लाइफ में एक ऐसा समय आया था जब उन्होंने खुद को पूरी तरह से शराब में डुबो लिया था। उस वक्त वह किसी की भी नहीं सुनती थीं, सिर्फ अपने मन की ही करती थीं। कहा जाता है कि उस वक्त मीना कुमारी का दिल धर्मेंद्र के साथ लगा हुआ था। मीना कुमारी को उनकी लव लाइफ में सफलता कभी हासिल न हो सकी। उन्हें जिंदगी में दो बार प्यार हुआ था।
मीना कुमारी की जिंदगी में सबसे पहले कमाल अमरोही आए थे। कमाल अमरोही से मीना कुमारी की शादी भी हुई थी। जबकि कमाल अमरोही पहले से शादीशुदा थे। प्यार में डूबीं मीना कुमारी को कमाल अमरोही की दूसरी पत्नी बनना भी मंजूर था। लेकिन शादी के बाद भी मीना कुमारी को कमाल अमरोही से वो प्यार न मिल पाया जिसका हकदार वह खुद को समझती थीं। मीना 10 साल तक कमाल अमरोही के साथ रहीं फिर बाद में अलग हो गईं। प्यार में बिखरी मीना कुमारी की जिंदगी में फिर धर्मेंद्र आए। धर्मेंद्र ने मीना कुमारी का उस समय साथ दिया और उनके गम से उन्हें उभरने में मदद की।
3 साल तक धर्मेंद्र और मीना कुमारी का रिश्ता रहा। इस दौरान मीना कुमारी ने धर्मेंद्र की बहुत मदद की। उन्हें बॉलीवुड में काम दिलाया। जब धर्मेंद्र इंडस्ट्री में सक्सेसफुल हुए तब उन्होंने मीना कुमारी का साथ छोड़ दिया। मीना कुमार को धर्मेंद्र की ये बात दिल पर लग गई थी, इसलिए वह धर्मेंद्र से बात करना चाहती थीं। सूत्रों की मानें तो धर्मेंद्र ने इसके चलते एक बार सभी के सामने मीना को थप्पड़ भी जड़ दिया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तब मीना कुमारी ने इस गम को पचाने के लिए शराब का सहारा लिया। ऐसे में दादा मुनि यानी अशोक कुमार ने मीना का साथ देना चाहा। वह उन्हें शराब पीने से रोकने की कोशिश किया करते। एक बार मीना कुमारी को अशोक कुमार ने इस लत को छोड़ने के लिए होमियोपैथी की छोटी-छोटी गोलियां खाने को दीं। लेकिन मीना ने वो दवाइयां खाने से इनकार कर दिया। मीना कुमारी ने कहा था, ‘दवा खाकर भी जिऊंगी नहीं, यह जानती हूं मैं, इसलिए कुछ तंबाकू खा लेने दो। शराब के कुछ घूंट गले के नीचे उतर जाने दो।’
बता दें, धर्मेंद्र और मीना कुमारी की जोड़ी को दर्शकों ने साल 1966 में आई फिल्म ‘फूल और पत्थर’ में बहुत पसंद किया था। ये फिल्म धर्मेंद्र और मीना कुमारी की आखिरी फिल्म थी। इसके बाद मीना कुमारी शराब के नशे में डूबती गईं। मीना कुमारी को शराब की लत इस कदर लग चुकी थी कि वह अपने हेंडबैग में हमेशा एक मिनिएचर रखा करती थीं। फिर कु वक्त बाद मीना कुमारी की तबीयत बहुत बिगड़ गई। खबर सामने आई थी कि मीना कुमारी को ब्लड कैंसर हो गया था। ऐसे में साल 1972 में 31 अगस्त को मीना कुमारी ने आखिरी सांस ली।