शत्रुघ्न सिन्हा जब पुणे के फिल्म इंस्टीट्यूट में एक्टिंग सीख रहे थे तभी से उनके बारे में ये बात मशहूर हो गई थी कि वो बेहद ही बेबाक किस्म के इंसान हैं और बिना आगे-पीछे सोचे वो किसी को कुछ भी बोल देते थे। जब उन्होंने फिल्मों ने काम ढूंढना शुरू किया तो उनकी इस छवि ने उनका बहुत नुकसान किया और उन्हें फिल्ममेकर्स में काम देने से मना कर दिया था। मोहन सहगल ने उन्हें अपनी फिल्म ‘साजन’ में ब्रेक दिया तो आशा पारेख के साथ शत्रुघ्न सिन्हा की अनबन हो गई थी। आगे भी उनके साथ कुछ ऐसा हुआ कि उनकी दोस्त अभिनेत्री मुमताज़ को उनके लिए खड़ा होना पड़ा था।

शत्रुघ्न सिन्हा संजीव कुमार के जरिए मुमताज से मिले थे। मुमताज ने शत्रुघ्न सिन्हा में एक अच्छा दोस्त पाया था। कहा जाता है कि मुमताज के कहने पर ही शत्रुघ्न सिन्हा को फिल्म ‘खिलौना’ में काम मिला था। इस फिल्म में टी एल वी प्रसाद ने उन्हें छोटा सा रोल दिया था। शत्रुघ्न फिल्म की शूटिंग के लिए सेट पर आकर घंटों बैठे रहते लेकिन उनका कोई सीन नहीं होता था। वो न्यूकमर थे तो सेट पर उन्हें परेशान भी किया था।

मुमताज से शत्रुघ्न सिन्हा की दोस्ती कई लोगों को खलती थी और उन्हें खूब परेशान किया गया। कई दिन बीत जाने पर भी जब उनका शॉट नहीं आया तो वो भड़क गए थे और निर्देशक से भिड़ गए। उनकी इस हरकत के कारण उन्हें फिल्म छोड़ने के लिए कह दिया गया था। शत्रुघ्न सिन्हा का फ़िल्म से निकलना उनके करियर के लिए बिलकुल ठीक नहीं था।

 

ऐसे में जब ये बात मुमताज को पता चली तो उन्होंने निर्देशक को धमकी दे डाली कि अगर शत्रुघ्न सिन्हा को फिल्म से निकाला जाएगा तो वो फिल्म छोड़ देंगी। मुमताज फिल्म की लीड एक्ट्रेस थीं और उस वक्त उनका बड़ा नाम था। निर्देशक इतनी बड़ी अभिनेत्री की नाराजगी नहीं झेल सकते थे इसलिए उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा को फिल्म से निकालने का अपना फैसला बदल लिया था।

 

शत्रुघ्न सिन्हा अपनी पहली ही फिल्म साजन के दौरान आशा पारेख को लेकर विवादों में आ गए थे। उन्होंने आशा पारेख पर कुछ ऐसी टिप्पणी की थी कि अभिनेत्री नाराज़ हो गईं थीं और दोनों के बीच बातचीत बंद हो गई थी। हालांकि बाद के वर्षों में दोनों के रिश्ते ठीक हो गए थे। शत्रुघ्न सिन्हा ने एक इंटरव्यू में इस विवाद पर खेद जताया था और कहा था कि वो उनकी सबसे बड़ी नासमझी थी।