नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने गैंग्स ऑफ वासेपुर (Gangs Of Wasseypur) से जो लोकप्रियता हासिल की, उसके बाद उनके करियर में कभी ब्रेक नहीं लगा। 2012 में आई इस फिल्म ने सफलता के नए झंडे गाड़ दिए और उसके डायलॉग्स लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुए। फिल्म में हुमा कुरैशी और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की केमिस्ट्री की भी खूब बातें हुईं। नवाज़ुद्दीन ने इससे पहले रोमांटिक सीन नहीं किए थे और जब उन्हें इस फ़िल्म में ऐसे सीन मिले तो वो थोड़े नर्वस थे।
ऐसे में हुमा कुरैशी उन्हें सेट पर भाईजान कहकर पुकारती थीं जिस बात को लेकर वो और परेशान हो गए थे। उन्होंने फिल्म के निर्देशक अनुराग कश्यप से शिकायत की थी कि हुमा उन्हें भाईजान बुला रही हैं, ऐसे में रोमांटिक सीन वो कैसे कर सकते हैं। नवाज़ुद्दीन ने इस बात का जिक्र रजत शर्मा के शो ‘आपकी अदालत’ में किया था।
उन्होंने बताया था, ‘रोमांटिक सीन करते-करते अनकंफर्टेबल हो जाता हूं पर सीन करते करते अच्छा भी लगने लगता है। गैंग्स ऑफ वासेपुर में ऐसा हुआ कि जो मेरी हीरोइन थीं हुमा कुरैशी.. हमें एक रोमांटिक सीन करना था तो वो कह रही हैं, नवाज़ भाई हम ऐसे-ऐसे देखेंगे। फिर मैंने अनुराग कश्यप से बोला कि ये तो भाई बोल रही हैं। रोमांटिक सीन कैसे करूं मैं?’
नवाज़ ने यह भी बताया कि वो फिल्मों में डांस बिलकुल नहीं करना चाहते क्योंकि उन्हें डांस करना नहीं आता। रजत शर्मा ने उनसे पूछा कि मैंने सुना है आप डांस करने से काफी घबराते हैं?
जवाब में उन्होंने कहा था, ‘डांस में मेरी फीस माफ है। डांस को मुझसे नफरत है क्योंकि मैंने कभी असल जिंदगी में डांस नहीं किया। इसलिए डांस को लेकर मैं घबरा जाता हूं। शुक्र है कि आज कल सिनेमा बदल रहा है। डांस वाली फिल्में ज्यादा चल नहीं रहीं। कंटेंट वाली फिल्में चली हैं।’
नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने खुद को बॉलीवुड का स्थापित अभिनेता बनाने के लिए सालों मेहनत की है। एक वक्त था जब उनके पास काम नहीं था तो वो सी ग्रेड की फिल्मों में भी काम किया करते थे। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि गुजारा करने के लिए उन्हें ऐसा करना पड़ा था। वैसी फिल्मों में काम करने के दौरान जब भी कैमरा उनके सामने होता तो से मुंह छुपा लेते थे।
संघर्ष के दिनों में ही नवाज़ुद्दीन के साथ एक ऐसा वाकया हुआ था कि वो बेहद असहज हो गए थे। हुआ ये कि फिल्ममेकर सुधीर मिश्रा से मिलने वो उनके फिल्म के सेट पर पहुंचे थे। एक असिस्टेंट डायरेक्टर उन्हें सुधीर मिश्रा ने मिलाने ले गए थे। जब सुधीर मिश्रा ने नवाज़ की तरफ देखकर हाथ उठाया तो उन्हें लगा उन्हें बुला रहे हैं लेकिन जब वो उनके पास पहुंचे तो उन्होंने कहा था कि मैंने खुजली करने के लिए हाथ ऊपर उठाया था।
इस घटना का जिक्र नवाज़ुद्दीन ने कुछ समय पहले किया था जब इसके 20 सालों बाद उन्हें सुधीर मिश्रा के साथ काम करने का मौका मिला।

