हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में जब भी प्रेम कहानियों का जिक्र होता है वहीदा रहमान और गुरु दत्त की प्रेम कहानी की बात जरूर होती है। गुरु दत्त जब वहीदा रहमान से मिले तब वो शादीशुदा थे। गीता दत्त से उन्होंने प्रेम विवाह किया था लेकिन जब वो फिल्म प्यासा बना रहे थे तब फिल्म की एक्ट्रेस वहीदा रहमान के प्रति आकर्षित होते चले गए। एक बार ऐसी अफवाह भी उड़ी कि गुरु दत्त ने मुसलमान बनकर वहीदा रहमान से निकाह कर लिया है।
गीता दत्त दोनों के रिश्ते से बेहद खफा रहने लगी थीं और एक बार उन्होंने कहा था कि जबसे ये (वहीदा रहमान) आई है, हमारी ज़िंदगी नर्क बन गई है। इस बात का जिक्र गुरु दत्त पर किताब लिखने वाले यासिर उस्मान ने लल्लनटॉप के एक शो पर किया था। यासिर ने गुरु दत्त की जिंदगी की आधारित किताब, Guru Dutt: An Unfinished Story लिखी है।
यासिर उस्मान ने बताया था, ‘जॉनी वॉकर कहते थे कि स्टूडियो और घर में जितनी दूरी रखोगे, उतने सुखी रहोगे, वरना घर की बातें स्टूडियो में होंगी और स्टूडियो की बातें घर में। ये शायद गुरु दत्त के साथ होने लगा था। गीता दत्त के साथ रिश्ता और वहीदा जी के साथ जो बातें चल रही थीं, वो बातें गुरु दत्त और गीता दत्त दोनों के दिमाग में चल रही थीं।’
उन्होंने आगे बताया था, ‘गीता दत्त ने विमल मित्र साहब को बोला था कि जबसे वो हमारी ज़िंदगी में आई है, तबसे हमारी ज़िंदगी नर्क हो गई है।’ सत्या सरण ने अपनी किताब ‘गुरु दत्त के साथ एक दशक में’ में गुरु दत्त के दोस्त अबरार अल्वी के हवाले से लिखा है कि गीता दत्त और गुरु दत्त के बीच वहीदा रहमान के आने की वजह भी गीता दत्त ही थीं और रिश्ता टूटा भी गीता दत्त के कारण।
वो अपनी किताब में लिखते हैं कि जब गुरु दत्त और वहीदा रहमान के तथाकथित निकाह की जानकारी गीता दत्त को मिली तब वो लंदन में थीं। लौटने पर वो घर जाने के बजाए सीधे कश्मीर चली गईं। इसी बीच गुरु दत्त को पता चला कि गीता किसी पाकिस्तानी पुरुष के साथ रह रही हैं तो वो बुरी तरह टूट गए थे। उन्होंने वहीदा रहमान से भी दूरियां बनानी शुरू कर दी। लेकिन फिर कुछ समय बाद गुरु दत्त और गीता दत्त अलग हो गए थे।
जब गुरु दत्त और वहीदा रहमान के रिश्ते खराब होने शुरू हुए तब वो वहीदा रहमान पर अक्सर गुस्से में खीझ भी जाते थे। दरअसल उनके दोस्त अबरार अल्वी ने वहीदा रहमान की मदद कर दी थी और जब उन्हें इस बात का पता चला तो वो अपने दोस्त पर बुरी तरह भड़क गए थे और उन्हें फोन कर खरी-खोटी सुनाई थी।
गीता दत्त से रिश्ता खत्म होना और वहीदा रहमान से दूरियां गुरु दत्त बर्दास्त नहीं कर पाए और डिप्रेशन का शिकार हो गए थे। कहा जाता है कि उन्होंने खुदकुशी कर ली लेकिन उनके मौत की वजह कभी साफ नहीं हो पाई।