टुन टुन को फिल्म इंडस्ट्री की पहली महिला कॉमेडियन भी कहा जाता है। एक्ट्रेस टुन टुन ने एक दौर में कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया था। वह फिल्मों में अपनी कॉमेडी की वजह से पहचान बना चुकी थीं लेकिन असल में वह प्ले बैक सिंगर बनने मुंबई आई थीं। हालांकि उन्होंने कई गाने भी गाए हैं, जिनमें ‘दर्द’ (1947) में ‘अफसाना लिख रही हूं…’ गाना भी शामिल है। यह गाना खूब पसंद किया गया था। टुन टुन का वास्तविक नाम उमा देवी खत्री था। चलिए बताते हैं आखिर कैसे इस एक्ट्रेस और प्लेबैक सिंगर का नाम उमा से बदलकर हो गया टुन टुन।

टुन टुन को बतौर सोलो प्लेबैक सिंगर के तौर पहली बार नौशाद ने मौका दिया था। टुन टुन ने अपना डेब्यू 1946 की फिल्म ‘वामिक अजरा’ से किया था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों गाने गाए, इनमें दर्द, अनोखी अदा, जंगल किंग, खुफिया महल, बाबुल. ढोलक, जंगल का जवाहर, नया जमाना, दीदार, अंबर और गुल बहार जैसी फिल्में शामिल थीं।

उमा देवी खत्री से टुन टुन नाम पड़ना भी बड़ा हास्यास्पद किस्सा है। दरअसल उन्हें यह नाम हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के ट्रेजड़ी किंग कहे जाने वाले दिलीप कुमार ने दिया था।

यह वाकया साल 1950 में रिलीज हुई फिल्म बाबुल की शूटिंग के दौरान है। उनका एक सीन दिलीप कुमार के साथ था, जिसमें दिलीप कुमार भागते-भागते टुन टुन के ऊपर गिर गए थे। तभी दिलीप कुमार ने उनका नाम टुन टुन रख दिया था। इस तरह उमा देवी खत्री टुन टुन के नाम से जानी जाने लगीं।