बॉलीवुड एक्टर अनिल कपूर और अमृता सिंह ने कई फिल्मों में साथ काम किया है। इन्होंने साल 1985 में ‘साहेब’, साल 1987 में ‘ठिकाना’, ‘तेरा कर्म मेरा धर्म’ और 1986 में ‘चमेली की शादी’ में काम किया। इस दौरान अनिल कपूर और अमृता सिंह की काफी अच्छी दोस्ती हो गई थी। अनिल बताते हैं कि फिल्म ‘चमेली की शादी’ के लिए प्रकाश मेहरा साहब का फोन मेरे पास आया। उन्होंने कहा कि एक फिल्म बन रही है, क्या तुम काम करोगे? उनके ऑफिस जाकर मुझे पता चला कि यह फिल्म वह डायरेक्ट नहीं कर रहे हैं। एक किताब पर यह स्क्रिप्ट बनी थी, जिसे बासु चटर्जी डायरेक्ट करने वाले थे। उन्होंने बताया कि वह यह फिल्म अपने ऑफिस के टेक्नीशियन के साथ मिल कर बना रहे हैं, तो ऐसे में वह फिल्म में काम करने के लिए मुझे कम पैसे देंगे।
अनिल बताते हैं, “उस फिल्म के लिए मुझे कहा गया कि वह मुझे सिर्फ एक लाख रुपए ही देंगे। मैं भी मान गया। अब फिल्म में हीरोइन की बात आई। इसके लिए अमृता सिंह से पूछा गया। अमृता फिल्म के नाम को सुनकर ही एक्साइटेड हो गईं। इसके बाद बासु चटर्जी ने उन्हें भी बताया गया कि फिल्म टेक्नीशियन के साथ बना रहा हूं तो एक लाख रुपए ही फीस के तौर पर दे पाऊंगा। ये सुन कर अमृता बोलीं-क्या ये क्या, अनिल जितने पैसे ले रहे हैं, मैं उतने ही पैसे लूंगी। ये सुनते ही डायरेक्टर साहब ने अमृता को कहा – हां तुम उतने ही पैसे लेना।”
अनिल आगे बताते हैं, “जब अमृता को इस बारे में पता चला कि एक लाख रुपए में मैंने ये फिल्म साइन कर ली है, इसके बाद उन्होंने मुझे फोन किया। वह बोलीं-चेपू, लाख रुपए में तूने फिल्म कर ली। भिखारी है क्या तू? तेरे चक्कर में मुझे भी लाख रुपये में फिल्म करनी पड़ रही है।”
