स्मिता पाटिल सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक थीं, लेकिन 1986 में उनके अचानक निधन ने उनके फैंस को झकझोर कर रख दिया था। उन्होंने काफी कम समय में लेकिन अच्छी फिल्में की थीं।स्मिता ‘मिर्च मसाला’, ‘मंथन’, ‘भूमिका’, ‘अर्थ’ जैसी फिल्मों नजर आ चुकी थी। उन्होंने ‘नमक हलाल’ और ‘शक्ति’ जैसी फिल्मों में अमिताभ बच्चन के साथ स्क्रीन स्पेस भी साझा किया था। हाल ही में एक इंटरव्यू में, स्मिता के बेटे प्रतीक ने रमेश सिप्पी की ‘शक्ति’ के सेट से एक किस्सा सुनाया, जब अमिताभ ने स्मिता को सेट पर लाइटमैन के साथ फर्श पर बैठकर लंच करते हुए देखा था और उन्हें मना किया था।
वरिंदर चावला के साथ बात करते हुए प्रतीक ने अपनी मां की फिल्म से जुड़ा किस्सा बताया। ‘शक्ति’ फिल्म में दिलीप कुमार और रेखा भी थे और रेखा सबके लिए घर से एक बड़ा सा लंच बॉक्स ले जाया करती थीं। लंच करते समय वो फर्श पर बैठती थीं और सारे लाइटमैन के साथ बैठकर खाती थीं। प्रतीक ने कहा, “इतनी बड़ी सुपरस्टार…स्मिता पाटिल, वो सभी लाइटमैन के साथ फर्श पर बैठी थीं।”
प्रतीक ने बताया कि एक बार दोपहर के लंच के वक्त अमिताभ बच्चन वहां से गुजरे और उन्होंने स्मिता को फर्श पर बैठे देखा। उन्होंने उन्हें एक तरफ बुलाया और कहा कि सबके साथ उसकी दोस्ती के कारण दूसरे गलत लगेंगे, लेकिन उन्होंने बिग बी की बात नहीं मानी।
प्रतीक ने कहा, “अमिताभ बच्चन वहां से गुजरे और उन्होंने उन्हें एक तरफ बुलाया। उन्होंने कहा, ‘सुनो, तुम हम जैसे लोगों के लिए सब खराब कर रहे हो। तुम बैठते हो नीचे ऐसे सब के साथ तो हम खराब दिखते हैं क्योंकि हम नहीं करेंगे तो हम खराब दिखेंगे। हमको भी करना पड़ेगा अभी। हम बुरे लग रहे हैं आपकी वजह से।” ये सुनकर स्मिता ने उन्हें कहा था, “आप जाओ वैन में, मैं खा रही हूं।”
बता दें कि स्मिता और अमिताभ के बीच पेशेवर तौर पर बहुत बढ़िया तालमेल था। कुछ साल पहले अमिताभ ने अपने ब्लॉग में बताया था कि ‘नमक हलाल’ की शूटिंग के दौरान स्मिता बहुत अनकंफर्टेबल थीं, क्योंकि उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि उन्हें फिल्म में जो करने के लिए कहा गया था वो क्यों किया जा रहा है। अमिताभ ने स्मिता को एक बाकी महिलाओं की तुलना में स्मिता बहुत मजबूत थीं।