अपने जमाने के हिट एक्टर्स में से एक हैं मनोज कुमार। मनोज कुमार की एक्टिंग और उनका सबसे अलग स्टाइल ही था जिसकी वजह से उनके फैंस उन्हें पंसद करते थे। ज्यादातर फिल्मों में उनका नाम भारत होने की वजह से उन्हें भारत कुमार भी कहा जाने लगा था। वही उनके बचपन का नाम हरिकिशन गिरी गोस्वामी है। मनोज कुमार ने अपने फिल्मी करियर में बहुत सी हिट फिल्मों में काम किया है। मनोज कुमार फिल्म इंडस्ट्री में मदद करने के लिए भी जाने जाते हैं। यहां तक कि जब अमिताभ बच्चन मुंबई से हताश होकर जा रहे थे तब मनोज कुमार ने ही उन्हें रोका था और उनकी मदद की थी। चलिए आज हम आपको मनोज कुमार से जुड़ा वह रोचक किस्सा बताते हैं। जब किसी ने उनका साथ नहीं दिया तब किसने उनकी मदद की थी।

दरअसल यह वाकया साल 1970 के दौरान का है। उस वक्त मनोज कुमार एक फिल्म बना रहे थे शोर’। इस फिल्म के लिए एक एक्ट्रेस जया भादुरी को साइन किया जा चुका था लेकिन दूसरे रोल के लिए कोई एक्ट्रेस तैयार नहीं थी। कहा जाता है कि दूसरे रोल के लिए कोई एक्ट्रेस इसलिए तैयार नहीं हो रही थी क्योंकि फिल्म शुरू होने के कुछ देर बाद ही एक एक्सीडेंट में मौत हो जाती है।

मनोज कुमार ने शर्मिला टैगोर से लेकर कई एक्ट्रेसेस से इस रोल को करने के लिए बात की लेकिन सभी ने साफ इनकार कर दिया। तब एक्ट्रेस नंदा ने यह सब जानते हुए रोल करने के लिए हां कर दी थी और साथ में एक शर्त रखी। एक्ट्रेस नंदा की शर्त थी कि वह इस रोल के लिए कोई पैसा नहीं लेंगी। इस तरह जब किसी ने मनोज कुमार का साथ नहीं दिया तो नंदा ने उनका साथ दिया था। यह फिल्म साल 1972 में रिलीज हुई थी।

नंदा की मदद लेने के बाद मनोज कुमार ने ठान लिया था कि जरूरत पड़ने पर वह भी नंदा की मदद करेंगे लेकिन उन्हें कभी कोई मौका नहीं मिल पाया। कहा जाता है कि मनोज कुमार को इस बात का आज तक अफसोस है।

बता दें कि नंदा ने पिता के निधन के बाद बचपन में ही फिल्मों में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट कदम रखा था। नंदा को वी. शांताराम ने फिल्म तूफान और दीया में लीड एक्ट्रेस के तौर पर ब्रेक दिया था। यह फिल्म भाई-बहन के रिश्ते पर आधारित थी। नंदा, वी. शांताराम की भतीजी थीं। नंदा को पहला फिल्म फेयर नॉमिनेशन फिल्म भाभी (1957) के लिए मिला था। वहीं फिल्म छोटी बहन (1957) में नंदा ने मुख्य किरदार निभाया था। यह फिल्म बड़ी हिट रही, जिससे नंदा स्टार बन गई थीं।