इस वक्त हेमा कमिटी रिपोर्ट को लेकर काफी चर्चा हो रही है। तमाम एक्टर्स इस पर बयान दे रहे हैं, लेकिन कम ही लोग इस रिपोर्ट के बारे में जानते हैं कि वास्तव में ये है क्या? ये वो रिपोर्ट है जिसमें मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में काम के लिए यौन शोषण और गंदी डिमांड का खौफनाक सच सामने लाया गया है। इस रिपोर्ट में पता चला है कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के हालात बहुत खराब हैं।
न्यायमूर्ति की हेमा समिति की रिपोर्ट 19 अगस्त को जनता के लिए जारी की गई। जिसमें ज्यादातर महिलाओं ने अपने दर्दनाक अनुभवों के बारे में बताया है। इसमें काम के बदले यौन उत्पीड़न के बारे में सच निकलकर आया है। ये रिपोर्ट पांच साल पहले ही केरल सरकार तक पहुंच गई थी, लेकिन इसे अब लोगों के सामने लाया गया है।
बताया जा रहा है कि केरल सरकार ने आरटीआई (Right to Information) के दबाव में आकर इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया है। ये रिपोर्ट 295 की है, जिसे 60 पन्नों को हटाने के बाद जारी किया गया है। इस रिपोर्ट में इंडस्ट्री के उन पुरुषों को भी उजागर किया गया है, जो अपनी पावर का इस्तेमाल कर महिलाओं को प्रताड़ित करते हैं।
क्या है हेमा कमेटी?
साल 2017 में हुई एक मलयालम एक्ट्रेस के साथ हुई घटना के बाद एक आंदोलन छिड़ा था। घटना थी उसे किडनैप करने और उसके साथ दुष्कर्म करने की। वो अपनी कार से कोच्चि जा रही थी और उसे रास्ते में किडनैप कर लिया गया और उसकी ही कार में उसका रेप हुआ। इस घटना के बाद काफी बवाल हुआ और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन कई मलयालम एक्ट्रेसेस ने अपनी आवाज उठाई और सरकार को दबाव में आकर इस केस पर काम करना पड़ा।
जस्टिस हेमा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया और मलयालम इंडस्ट्री की एक्ट्रेस और काम कर रही अन्य महिलाओं के पेमेंट, शूटिंग लोकेशन और उनकी सुरक्षा आदि की रिपोर्ट मांगी गई। इसके बाद टीम ने एक-एक कर महिला एक्ट्रेसेस और अन्य लोगों से बात की, जिसमें इंडस्ट्री के काले सच निकल कर आई। ये रिपोर्ट 2019 में ही ये रिपोर्ट सौंप दी गई थी, लेकिन सीएम विजयन ने रिपोर्ट को पब्लिक नहीं होने दिया गया। आरटीआई और मीडियाकर्मियों ने केरल सूचना आयोग से संपर्क किया तो 6 जुलाई को आदेश आया कि गवाही देने वालों की प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए रिपोर्ट रिलीज की जाएगी।
क्या है रिपोर्ट में?
इस रिपोर्ट में बताया गया कि मलयालम इंडस्ट्री में पुरुष की चलती है और महिलाओं का उत्पीड़न होता है। एक एक्ट्रेस की मानें तो फिल्म की स्क्रिप्ट में ये नहीं बताया गया कि सीन के लिए उसे अपनी पीठ दिखानी होगी, लेकिन जब सीन शूट हुआ तो उसे लिप लॉक करने को कहा गया और काफी न्यूड सीन की डिमांड की गई। इस तरह अन्य महिलाओं ने बताया कि उनके साथ सेट पर गाली गलौज, गलत कमेंट, नशे करना और बुरा बर्ताव करना आम बात थी।
अभिषेक बनर्जी ने बताया घटिया
इस रिपोर्ट में उजागर हुई सच्चाई के बारे में ‘स्त्री 2’ के एक्टर अभिषेक बनर्जी से सवाल किया गया तो उन्होंने इसे घटिया बताया। आपको बता दें कि अभिषेक बनर्जी एक्टर होने के साथ कास्टिंग भी करते हैं। उन्होंने बताया कि एक बार उनकी कंपनी के एक कर्मचारी ने किसी एक्ट्रेस से ऑफिस के बाहर मिलने की कोशिश की थी तो उसे इस हरकत के लिए सजा भुगतनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी में सख्त रूल है कोई भी बाहर किसी एक्टर से नहीं मिलेगा।