एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस तले बनी उनकी पहली वेब सीरीज़ ‘पाताल लोक’ अपने रिलीज के बाद से ही चर्चा में है। जहां एक तरफ इस वेब सीरीज़ में काम करने वाले सभी कलाकारों की तारीफ हो रही है, तो वहीं दूसरी तरफ इस फिल्म का विवाद भी पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। ताज़ा मामला शो के तीसरे एपिसोड को लेकर है। जिसके लिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से प्रोड्यूसर अनुष्का शर्मा को नोटिस भेजा गया है। अनुष्का पर आरोप है कि इस एपिसोड के जरिए सिख समुदाय की छवि खराब करने की कोशिश की गई है। जिसपर कोर्ट ने एक्ट्रेस को नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा है।

दरअसल याचिका दायर करने वाले ने इस शो के तीसरे एपिसोड पर इतिहास से छेड़छाड़ करने को लेकर आपत्ति जताई है। गौरलतब है कि अनुष्का शर्मा की वेब सीरीज़ ‘पाताल लोक’ के तीसरे एपिसोड में पंजाब के एक गांव की कहानी दिखाई गई है। इस मामले पर वकील गुरदपिंदर सिंह ढिल्लों ने अपनी इस दायर याचिका में कहा है कि वेब सीरीज में जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण ढंग से सिखों की छवि को खराब करने की कोशिश की गई है। वकील ढिल्लों के मुताबिक शो के तीसरे एपिसोड से सिखों की छवि को ठेस पहुंची है।

वहीं ‘पाताल लोक’ वेब सीरीज़ पर सिख समुदाय पहला नहीं है जिसने सवाल खड़े किये हैं। सिखों से पहले इसपर दार्जलिंग से बीजेपी सांसद राजू बिस्ता ने भी नेपाली समाज की छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से इसके मेकर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी। उनके अलावा गाजियाबाद के लोनी से विधायक नंद किशोर गुर्जर ने पत्र लिख कर अनुष्का शर्मा पर अपने गुर्जर समाज का गलत चित्रण करने का आरोप लगाया था।

नंद किशोर ने शिकायत पत्र में लिखा था, ‘बॉलीवुड अभिनेत्री एवं अमेजन प्राइम पर प्रसारित वेबसीरीज ‘पाताल लोक’ की प्रोड्यूसर अनुष्का शर्मा ने वेब सीरीज में बालकृष्ण वाजपेयी नाम के अपराधियों से संबंध वाले नेता के साथ एक मार्ग का उद्घाटन करते हुए मेरे फोटो व अन्य भाजपा नेताओं को दिखाया गया है। मेरी अनुमति लिए बगैर मेरे तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा इस वेब सीरीज में गुर्जर जाति का चित्रण डकैत एवं गलत कार्यों में सनलग्न दिखाया गया हैं। वहीं कई अन्य जातियों के लिए भी जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर उन्हें निम्नस्तर का दिखाया गया है।