बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस वहीदा रहमान ने अपनी एक्टिंग से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान हासिल की। अपने करियर के दौरान वहीदा रहमान एक्टर सुनील दत्त के साथ भी कई फिल्मों में नजर आ चुकी हैं, जिसमें ‘रेशमा और शेरा’ से लेकर ‘मुझे जीने दो’, ‘एक फूल चार कांटे’ और ‘मेरी भाभी’ शामिल है। फिल्म ‘मुझे जीने दो’ की शूटिंग के दौरान वहीदा रहमान, सुनील दत्त के रवैये से इतनी परेशान हो गई थीं कि उन्होंने एक्टर की शिकायत उनकी पत्नी नरगिस से कर दी थी। इतना ही नहीं, उन्हें हिटलर तक कह दिया था।
वहीदा रहमान ने इस बात का खुलासा सुनील दत्त, सायरा बानो, दिलीप कुमार के सामने ‘जीना इसी का नाम है’ शो पर ही किया था। वहीदा रहमान ने फिल्म ‘मुझे जीने दो’ से जुड़ा किस्सा साझा करते हुए कहा था, “इनकी दो फिल्मों में मैंने काम किया था, जिसमें ‘मुझे जीने दो’ और ‘रेशमा और शेरा’ शामिल थे। फिल्मों के लिए जो भी लोकेशन इन्होंने चुनी थीं, वह बहुत ही मजेदार होती थीं।”
वहीदा रहमान ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “मुझे जीने दो’ के लिए दत्त साहब ने चंबल की लोकेशन चुनी, वहां हमें टेंट में रहना पड़ता था। जनाब ठाकुर जरनैल सिंह डाकू का रोल क्या कर रहे थे, लाइफ में भी वह वही कर रहे थे। कभी न मुस्कुराना, न हंसना, हमेशा एक ही जोश में रहते थे। चंद दिनों बाद नरगिस जी वहां आईं।”
वहीदा रहमान ने नरगिस के बारे में बात करते हुए आगे कहा, “मैंने उनसे शिकायत की कि अपने मियां को समझाइये, डाकू का रोल क्या कर रहे हैं, असल जिंदगी में भी हिटलर की तरह बन गए हैं। नरगिस जी ने मुझसे कहा कि नहीं नहीं वहीदा, ऐसा नहीं है, आपको समझना चाहिए।” 1963 में रिलीज हुई इस फिल्म में वहीदा रहमान ने सुनील दत्त को कई बार थप्पड़ भी मारे थे।
दरअसल, फिल्म के एक सीन में वहीदा रहमान को सुनील दत्त को थप्पड़ मारना था। लेकिन शॉट के वक्त सुनील दत्त की आंख बंद हो गई थी, जिससे वह शॉट उन्हें अच्छा नहीं लगा। ऐसे में सुनील दत्त ने बार-बार वह सीन शूट करवाया। बता दें कि सुनील दत्त के साथ-साथ नरगिस से भी वहीदा रहमान की काफी अच्छी दोस्ती थी।