‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री आजकल हर जगह पर अपना बयान दर्ज कराते नजर आते हैं। वह अक्सर अपने बयानों के चलते सुर्खियों में भी छाए रहते हैं। वहीं बॉलीवुड पर भी वो आए दिन तंज कसते रहते हैं। इसी बीच एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने जावेद अख्तर की खूब तारीफ की है। लेकिन तारीफों के पुल बांधते हुए विवेक कुछ ज्यादा ही बोल गए।
विवेक अग्निहोत्री ने की जावेद अख्तर की तारीफ
दरअसल हाल ही में द चार्वाका पॉडकास्ट के साथ एक लाइव चैट में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि कैसे जावेद अख्तर हिंदी भाषा के प्रति सच्चे रहे। विवेक ने कहा कि जावेद अख्तर भले ही कम्युनिस्ट हो, वह वामपंथी के खिलाफ लड़ते हो लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने लगान फिल्म के लिए ‘मधुबन में राधा..’ गाना शुद्ध हिंदी में लिखा था। इसमें उर्दू का एक भी शब्द नहीं है। क्योंकि वह एक पढ़े-लिखे, बुद्धिमान व्यक्ति है, जो भारत की जड़ों से बंधे है।
जावेद अख्तर की फिल्मों के बारे में कही यह बात
फिल्म मेकर ने आगे कहा कि यहां तक कि उनकी फिल्में देख लीजिए वो सभी एक ऐसे हीरो पर होती थी जो भ्रष्ट व्यवस्था से लड़ता था। जावेद साहब के सभी हीरो या तो एक मजदूर का बेटा हुआ करता था या फिर एक शिक्षक का बेटा जो एक डकैत, मिल मालिक, जमींदार से लड़ता था,या वह एक भ्रष्ट पुलिस निरीक्षक और भ्रष्ट विधायक से अपने हक के लिए लड़ता था ।
लेकिन आज के दौर में किस फिल्म में आप विधायक, सांसद, पुलिस निरीक्षक, आईएएस अधिकारियों को खलनायक के रूप में पाएंगे? ऐसा लगता है कि भारत के पास कोई मुद्दा ही नहीं है। एकमात्र समस्या यह है कि क्या आप इस व्यक्ति या उस व्यक्ति के साथ सो रहे हैं, और यहीं से बॉलीवुड की शुरूआत होती है।
करण जौहर और अयान मुखर्जी पर साधा निशाना
विवेक अग्निहोत्री ने आगे रणबीर सिंह स्टारर फिल्म ब्राह्मास्त्र को लेकर अयान पर तंज करते हुए कहा कि ब्रह्मास्त्र, क्या वह इस शब्द का अर्थ भी जानते हैं? और फिर वह अस्त्र वर्स की बात करते हैं, वह भी क्या है? फिर आप अपने डायरेक्टर को इस फिल्म का प्रमोशन करने भेज देते हैं, जो ठीक तरह से ब्रह्मास्त्र शब्द का उच्चारण भी नहीं कर पाते हैं। इसी के साथ फिल्ममेकर ने करण जौहर पर निशाना साधते हुए कहा कि वह LGBTQ कम्युनिटी के बारे में बात करते हैं, लेकिन वह खुद इसका मजाक उड़ाते हैं। मुझे समझ नहीं आता कि करण की फिल्में अक्सर LGBTQ कम्युनिटी का मजाक क्यों उड़ाती हैं? क्यों? और फिर वह सक्रियता के बारे में बात करते हैं।