जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी में हो रही टार्गेट किलिंग पर विवादित बयान दिया है। उनका कहना है कि जब तक इंसाफ नहीं होता, तब तक ये सब नहीं रुकेगा। फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत करते हुए पूछा कि आखिर कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद भी स्थिति में सुधार क्यों नहीं हुआ है?

इस मामले में अब बहुचर्चित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। न्यूज 18 के साथ बातचीत करते हुए विवेक ने कहा,”धारा 370 हटने से ये लोग तिलमिला गए हैं। जैसे मोहल्ले में कोई गुंडा रोज रात को जाकर लोगों के घरों में तोड़फोड़ कर दे, आग लगा दे और अगली सुबह उठकर बोले पुलिस इसे ठीक क्यों नहीं करती है। इनके दो रूप हैं। आपने सुना होगा कि हाथी के दांत खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और। ऐसे ही इनके खाने के दांत कुछ और कांटने के कुछ और हैं।”

ये हिंदूओं की मौत पर खुश होते हैं

विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि “ये लोग वहां लोगों को भड़काते हैं, इनका मत है कि हिंदू यहां नहीं आने चाहिए। ये जो अब्दुल्ला साहब हैं और इनकी जो पूरी जमात है, लोगों को भड़काते हैं, आतंकवादियों को पनाह देते हैं और वैचारिक समर्थन देते हैं। उन लोगों को उकसाते हैं कि वो जाकर लोगों को मारें। और जब वो ऐसा करते हैं तो पीठ पीछे उनकी तारीफ करते हैं। जब भी किसी कश्मीरी हिंदू को वहां मारा जाता है, ये लोग उसकी पीठ पीछे बड़ी वाहवाही करते हैं और उसे बड़ा दर्जा देते हैं। लेकिन जब टीवी पर आते हैं तो अलग तरह की बातें करते हैं।”

उधर, फिल्म डायरेक्टर अशोक पंडित ने भी एक डिबेट में कश्मीरी पंडितों की मौत पर सवाल किया है। उन्होंने पूछा है कि जो कश्मीरी पंडित घाटी में काम कर रहे हैं और सरकार से उन्हें रिलोकेट करने की मांग कर रहे हैं, आखिर रिलोकेट क्यों नहीं किया जा रहा है?

बता दें कि 15 अक्टूबर को शोपियां में एक कश्मीरी पंडित की हत्या हुई थी। इसी विषय में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा था कि अनुच्छेद 370 को निरस्त हुए चार साल हो चुके हैं, लेकिन फिर भी लोग मर रहे हैं। ।