कश्मीर में राहुल भट्ट की हत्या के बाद से ही कश्मीरी पंडित प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग हैं कि उनका ट्रांसफर किया जाए। हालांकि अभी तक उनकी मांग पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। लिहाजा प्रदर्शन लगातार जारी है। विपक्ष मोदी सरकार से सवाल पूछ रहा है कि कश्मीरी पंडितों का हितैषी कहने वाली सरकार इनकी बातें क्यों नहीं सुन रही है। फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने भी पीएम मोदी पर तंज कसा है।

दरअसल पत्रकार अजीत अंजुम ने प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडितों और उनके बच्चों के बयान का वीडियो शेयर कर सवाल पूछा कि ‘कश्मीरी पंडितों की चीख पुकार सुनने को क्यों नहीं तैयार है मोदी सरकार? घाटी में 10 दिनों से प्रदर्शन कर रहे पंडितों की आवाज़ कब सुनेंगे मोदी? कश्मीरी पंडित के बच्चे भी अब मोदी से लगा रहे गुहार, फिल्म बनाकर अरबों कमाने वाले अग्निहोत्री कहां हैं?’

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने लिखा, ‘फिल्म मेकर से पहले, बार-बार सिर्फ एक ही सवाल पूछा जाना चाहिए कि मोदी कहां हैं? वो मोदी जिन्होंने फिल्म के प्रमोशन में पूरी सरकार लगा दी थी?’ इस पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। डी सीमा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘एक फिल्म के प्रमोशन के लिए कितनी हाय तौबा मचाई गयी। थिएटर में लोगों के खून में उबाल आ रहा था और अब जब हमारे कश्मीरी भाई-बहन प्रदर्शन कर रहे हैं तो सुनने वाला कोई नहीं।’

अजहर नाम के यूजर ने लिखा ‘जिस पार्टी और प्रमुख ने एक फिल्म के प्रचार में पूरी शक्ति लगा दी थी देश के गांव तक में फिल्म दिखाने के लिए टिकट दी जा रही थी? उन कश्मीरी पंडितो के वास्तविक दर्द और वेदना पर वो लोग क्यों खामोश है? क्या देश में सारी संवेदनशीलता राजनीतिक लाभ हानि के अनुसार होगी।’ राजेंद्र कुमार गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मोदी जी लिखा करिए, पढ़ाई, लिखाई, शिक्षा का सारा पैसा खराब कर दिए।’

नीरज शर्मा ने लिखा कि ‘ये फिल्म का ही असर है कि विनोद कापड़ी और अजीत अंजुम जैसे लोग भी अब कश्मीरी पंडितों की हत्या की पर कुछ बोल रहे हैं। वरना मुस्लिम आतंकियों के ख़िलाफ बोलने में इन्हें बहुत डर लगता था।’ शिवांश शुक्ला नाम के यूजर ने लिखा कि ‘एक हत्या से फिल्म बैन करवाने वाले बुद्धिजीवी, लाखों कश्मीरियों की हत्या के बाद कश्मीर से मुस्लिम को क्यों बैन करवाने की मांग नहीं करता।’

बता दें कि विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म द कश्मीर फाइल्स बनाई, जिसमें कश्मीरी पंडितों के नरसंहार को दिखाया गया है। इस फिल्म को लेकर काफी विवाद खड़ा हुआ। विपक्ष ने इस फिल्म पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए इसे बैन करने की मांग की लेकिन बीजेपी और सरकार की तरफ से इस फिल्म को समर्थन दिया गया और अब राहुल भट्ट की हत्या के बाद प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडितों के वीडियो पर विनोद कापड़ी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसा है।